वाराणसी, 03 मई। पश्चिम बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद हिंसा-आगजनी, भाजपा और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यालयों पर हमले को लेकर कार्यकर्ताओं में नाराजगी बढ़ रही है। पूरे बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की हिंसक प्रवृत्ति और गुंडागर्दी देख कार्यकर्ता केन्द्रीय गृहमंत्री से सोशल मीडिया के जरिये कड़ी कार्यवाही की मांग करने लगे है।
सोमवार को कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया के प्लेटफार्म पर लिखा कि बंगाल में चुनाव नतीजा आते ही रक्त चरित्र का प्रदर्शन शुरू हो गया है। भाजपा के कार्यकर्ताओं पर हमले के बाद कार्यालयों पर आगजनी हो रही है। पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री के गुंडे विरोधियों को चिन्हित कर उनपर बम फेंकने से लेकर तमाम तरीकों से पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल बना रहे हैं। पार्टी के 15-20 गुंडों ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, कोलकाता में स्थित प्रांत कार्यालय पर हमला कर निंदनीय कृत्य किया है। कार्यकर्ताओं ने अराजक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है।
उधर,परिषद की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने भी घटना पर आक्रोश जताया है। उन्होंने कहा कि "तृणमूल के गुंडों द्वारा परिषद के कार्यालय पर हिंसक हमले में हमारे प्रमुख कार्यकर्ता सुरक्षित हैं, लेकिन जिस प्रकार का हिंसक व्यवहार मुख्यमंत्री तथा उनके गुंडों द्वारा विधानसभा चुनावों के परिणाम के बाद से दिखाया जा रहा है वह अत्यंत निंदनीय है। आने वाले समय में हमें अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए एकजुट रहकर तथा हर परिस्थिति में हमें राष्ट्रवाद की मशाल को जलाए रखना है। आने वाले समय में बंगाल में परिस्थितियां कैसी होने वाली हैं । इसका उदाहरण ममता बनर्जी और उनके गुंडों ने पेश कर दिया है, हमें लंबे संघर्ष के लिए तैयार रहना होगा।