वाराणसी। बीते कई दिनों से शहर में आतंक मचाए हुए टप्पेबाजों के पुलिस के गिरफ्त में आने के बाद एक के बाद एक खुलासे होते जा रहें हैं। कमिश्नरेट के लालपुर पुलिस द्वारा टप्पेबाजी के मामलों में मूलतः तमिलनाडु के मदनगिरी के निवासी और नई दिल्ली के रहने वाले विजय, गोपी, संतोष और सूरज नामक 4 टप्पेबाज व उनका सहयोगी वाराणसी के प्रह्लादघाट निवासी राजेश यादव की गिरफ्तारी के बाद पुलिस आयुक्त (CP) ए. सतीश गणेश ने जनता से सावधानी बरतने की अपील की है।
गाड़ी के बाहर से कोई दे आवाज़ तो हो जाए सतर्क:-
लोगो को सतर्क करते हुए CP ने बताया कि किसी अनजान व्यक्ति द्वारा आपके वाहन से मोबिल आयल गिरने, धुआं उठने, दरवाजे के पास नोट गिरने की सूचना देने पर पहले गाड़ी के विंडो को ऊपर करें, सेंट्रल लॉक करें तब गाड़ी से उतर कर व्यक्ति की कही बात को चेक करें।
इस तरह करते हैं टप्पेबाजी:-
टप्पेबाजों का गिरोह किसी भी शहर में जाकर किराये पर कमरा लेते हैं और साथ में अपने परिवार की ही महिला को खाना बनाने के लिए रखते हैं। भीड़ भाड़ वाले और रिहायशी इलाकों में 2-3 दिन अलग-अलग ऑटो से घूम कर किसी ऑटो चालक को सेट करते हैं। इसके बाद फिर उसी के ऑटो से रेकी करते हुए चारपहिया वाहन में सवार बुजुर्ग या महिला को टारगेट करते हैं। प्रतिदिन की गतिविधियों को ध्यानपूर्वक देखते हुए सही मौके पर घटना को अंजाम दे देते हैं। टप्पेबाजी में हाथ लगा मोबाइल और लैपटॉप फेंक दिया जाता है तो वहीं जो भी माल मिलता है उसका बटवारा कर एक हिस्सा ऑटो चालक को भी दे दिया जाता हैं।
लोकल सहयोगी की मदद से इलाके का चप्पा चप्पा जान जाने के बाद टप्पेबाज सड़कों पर लगे कैमरे के सामने न आने का हरसंभव प्रयास करते हुए घटना को अंजाम देते है। खास बात यह है कि यह गिरोह अपने साथ कभी पिस्टल या तमंचा और चाकू जैसे किसी भी प्रकार का कोई अस्त्र शस्त्र, असलहा लेकर नहीं चलते हैं तो वहीं लूट से प्राप्त हुए असलहे को भी ठिकाने लगा देतें हैं।
घटनाक्रम का खुलासा करता हुए, CP ने जनता को इस तरह के लोगो से सतर्क रहने की हिदायत दी साथ ही उन्होंने जनता को पूरा भरोसा भी दिलाया है कि पुलिस उनके सहयोग के लिए हमेशा तैयार है।