वाराणसी। रक्षाबंधन के पर्व पर धर्म की नगरी काशी में कुछ अलग ही तस्वीर सामने आई। हर त्यौहार को अपने अद्भुत और अद्वितीय रंग में मनाने वाले वाराणसी में रक्षाबंधन के विभिन्न रंग देखने को मिले जहां पूर्व संध्या पर किन्नर समाज के लोगों ने पुलिसकर्मियों को राखी बांधी तो वहीं रविवार को बच्चियों और महिलाओं ने पेड़ों को राखी बांधकर एक अद्भुत तरीके से भाई-बहन के अटूट रिश्तो का पर्व रक्षाबंधन मनाया।
राखी के बदले पर्यावरण की रक्षा करने का लिया वादा:-
छोटी सी आशा संस्था की बच्चियों और महिलाओं ने अपने भाई से पहले पेड़-पौधों को रक्षा सूत्र बांधा। बहनों ने अपने भाई की तरह पेड़-पौधों की बकायदा तिलक-अक्षत लगाकर राखी बांधी और आरती उतरते हुए जीवन की रक्षा किए जाने का वादा लिया।
इस अवसर पर मौजूद नन्हीं बच्चियों और महिलाओं ने कहा कि आज का दिन बेहद ही उनके लिए खास होता है, क्योंकि आज वह अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांध अपनी सुरक्षा के लिए वादा लेती हैं वैसे ही इन पेड़ों पर रक्षा सूत्र बांध एक भाई की तरह इनसे उम्मीद कर रही हैं कि यह हमारे पर्यावरण को शुद्ध रखेंगे। जिससे मानव जीवन की रक्षा हो सके।
बताया कि हाल ही में वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान यह देखा गया कि बहुत से लोग इस वायरस की चपेट में आने से ऑक्सीजन की कमी से अपनी जान गंवा दी। इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए वह पर्यावरण संरक्षण के साथ जितने हो सके लोग ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करे इसका संदेश दी।