बनारस न्यूज डेस्क: वाराणसी, जो पहले सिर्फ एक तीर्थ स्थल के रूप में जाना जाता था, अब ईको टूरिज्म का एक प्रमुख केंद्र बनने जा रहा है। यहां आने वाले पर्यटक न केवल बाबा विश्वनाथ के दर्शन करेंगे, बल्कि एडवेंचर टूरिज्म का भी अनुभव ले सकेंगे। इसके लिए वाराणसी के पास स्थित चंदौली और मिर्जापुर में एडवेंचर टूरिज्म के बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं। इन स्थानों में पहाड़ों और झरनों की सुंदरता पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है, जिससे यहां की यात्रा और भी रोमांचक बनती है।
उत्तर प्रदेश टूरिज्म विभाग ने इन क्षेत्रों को वाराणसी टूरिज्म से जोड़ने का निर्णय लिया है। इससे पर्यटकों को नए पर्यटन स्थलों का अनुभव होगा और वे इन स्थानों की ऐतिहासिक जानकारी भी प्राप्त कर सकेंगे। खासकर मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र को ईको टूरिज्म के क्षेत्र में विकसित किया जाएगा, जिससे वाराणसी आने वाले पर्यटक इन क्षेत्रों का भी भ्रमण कर सकेंगे।
पर्यटन उपनिदेशक आर.के. रावत के अनुसार, मिर्जापुर मंडल में मां विंध्यवासिनी के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं, जबकि चंदौली और सोनभद्र में पर्यटक जंगलों की प्राकृतिक सुंदरता को देखने की इच्छा रखते हैं। ऐसे में इन क्षेत्रों तक पर्यटकों की पहुंच को सुनिश्चित करने के लिए बेहतर मार्गों का निर्माण किया जा रहा है और जंगलों में पार्क, बेंचेज जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
इसके अलावा, माउंटेन एरिया में भी पर्यटकों को चढ़ाई का अनुभव देने के लिए योजनाएं बनाई जा रही हैं। इन क्षेत्रों में प्राकृतिक जलप्रपात, नदी किनारे और सुंदर जंगल हैं, जिन्हें देखने के लिए एक अच्छा कॉरिडोर तैयार किया जाएगा। इसके साथ ही, जंगल सफारी जैसी सुविधाएं भी पर्यटकों को दी जाएंगी। म्यूजियम और एडवेंचर टूरिज्म एक्टिविटी जैसे वाटर स्पोर्ट्स भी प्रस्तावित हैं, जिससे यहां का आकर्षण और बढ़ेगा।
रॉक आर्ट और अन्य ऐतिहासिक धरोहरों को दिखाने के लिए यहां रॉक गार्डन बनाने का भी प्रस्ताव है। इन गतिविधियों के जरिए पर्यटकों को इन स्थानों की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर से परिचित कराया जाएगा। इसके साथ ही, इन जगहों पर टूरिस्ट गाइड को प्रॉपर ट्रेनिंग भी दी जाएगी, ताकि वे पर्यटकों को इन क्षेत्रों के बारे में सही जानकारी दे सकें।
मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र में कई ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थल हैं जो ईको टूरिज्म को बढ़ावा देते हैं। इनमें मिर्जापुर का लखनिया वाटर पार्क, विंध्य वॉटरफॉल, अष्टभुजा देवी मंदिर, सोनभद्र का जीवाश्म पार्क और चंदौली का चंद्रप्रभा वाइल्ड लाइफ प्रमुख हैं। इन स्थानों की खूबसूरती और विविधता पर्यटकों को आकर्षित करती है और ईको टूरिज्म के रूप में इनका महत्व बढ़ता जा रहा है।