वाराणसी। देवों के देव महादेव और महादेव के भक्त हो का अति प्रिय माह सावन के आखिरी सोमवार के दिन सभी शिव भक्तों का हुजूम बाबा के दर्शन के लिए उमड़ा। सोमवार की रात्रि तक दरबार में उपस्थित सवा लाख भक्तों ने बोल बम और हर हर महादेव के जयघोष के साथ बाबा श्री काशीविश्वनाथ का दर्शन पूजन और जलाभिषेक किया। सोमवार की सुबह मंगला आरती के पश्चात शुरू हुई भक्तों की कतार शाम तक चलती रही। संध्या भोग आरती तक सवा लाख भक्तों ने भोले के दरबार मे हाज़री लगाई।
सावन के चारों सोमवार को होने वाले विशेष श्रृंगार के क्रम में चौथे सोमवार को परंपरा अनुसार रुद्र का रुद्राक्ष से श्रृंगार किया गया और मंदिर परिसर को रुद्राक्ष के दानों से सजाया गया था। रुद्राक्ष से किए गए सजावट से बाबा का मंदिर परिसर भव्य दिख रहा था। संध्या भोग आरती से पूर्व चल प्रतिमाओं का भव्य श्रृंगार कराकर गर्भगृह में विराजमान कराया गया। भक्तों ने बाबा के इस नयन विराम दृश्य का दर्शन किया और भाव-विभोर हो गए।
श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि सावन के अंतिम सोमवार को फूल पत्ती, विद्युत झालरों के अलावा रुद्राक्ष की मालाओं से परिसर को सजाया गया था। करीब एक लाख रुद्राक्ष के दानों का उपयोग किया गया था।भक्तों की सुविधा और गर्मी को देखते हुए शरबत, फलों के जूस, गुड पानी आदि की व्यवस्थाएं भी मंदिर प्रशासन द्वारा कराई गई. थी। किसी श्रद्धालु को आवागमन में परेशानी ना हो और कोई अपने परिजनों से बिछड़े ना इसके लिए अलग-अलग मार्ग बनाए गए थे वही पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम से लगातार श्रद्धालुओं को दिशानिर्देश भी जारी किया जा रहा था।