- शहर को अधिकारियों के भरोसे छोड़ देना, पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना
वाराणसी, 22 अप्रैल। जिले में बेलगाम हो चुके कोरोना संकट को लेकर कांग्रेस ने महापौर डाॅ मृदुला जायसवाल को निशाने पर लिया है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व जोनल प्रवक्ता अनिल श्रीवास्तव ’अन्नू’ ने गुरूवार को कहा कि यह आपदाकाल है, इस वक्त कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए शहर का साफ सुथरा होना, सड़कों व गलियों की निरंतर सफाई, पानी के छिड़काव के साथ सेनेटाइजेशन पर ध्यान देना नगर निगम की जिम्मेदारी है। जिसे पूरा करने में नगर निगम फेल है।
उन्होंने कहा कि इसकी ठोस वजह है महापौर व नगर निगम की कार्यकारिणी द्वारा कार्यों की निगरानी न किया जाना। सब कुछ बाहर से आये प्रशासनिक अधिकारियों के भरोसे छोड़ देना जो पूरी तरह से गैरजिम्मेदाराना है। इससे जिला प्रशासन पर भी बोझ बढ़ रहा है। अन्नू ने कहा कि जनता की मूलभूत आवश्यकताओं में शामिल है शहर की सफाई व स्वच्छ जलापूर्ति। कोविड काल में यह व्यवस्था सुचारू रुप से चल रही है या नहीं इसे देखते रहना नगर निगम की प्रशासनिक जिम्मेदारी है। और इस व्यवस्था को मानवीय मूल्यों पर देखने की जिम्मेदारी वाराणसी की जनता ने अपना मेयर व पार्षद चुनकर शहर को सौंपा है। मेयर इस संक्रमण काल में कहां हैं, किसी को पता नहीं है।
पिछले दिनों प्रधानमंत्री की आहूत जनप्रतिनिधियों की बैठक में भी मेयर अनुपस्थित थीं। कांग्रेस नेता ने कहा कि संकटकालीन इस परिस्थिति में यह आवश्यक था कि मेयर छोटी सदन अथवा कार्यकारिणी की बैठक आहूत कर पार्षदों की सामूहिक राय से सफाई , स्वच्छ जलापूर्ति व सेनेटाइजेशन के लिए एक टीम का गठन करतीं। और टीम के कार्य पर सतत निगरानी रखतीं पर उन्होंने ऐसा नहीं किया। यहां तक कि होम आइसोलेशन के मरीजों की जानकारी होने के बावजूद उनके मकान के अगल -बगल सेनेटाइजेशन व सफाई की व्यवस्था तक नहीं कराई जा रही। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि होम आइसोलेशन के मरीजों का हाल नगर निगम से टेलीफोन द्वारा अपडेट किया जा रहा।