2014 के चुनाव में मोदी ने वाराणसी पहुंच कर कहा था मुझे मां गंगा ने बुलाया है lतब यह कोई नहीं सोच पाया था कि काशी में बाबा विश्वनाथ का, गंगा का एकाकार हो जाएगा l प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूर दृष्टि से बाबा के दरबार से गंगधार तक कॉरिडोर के जरिए मंदिर के पुरातन स्वरूप को साकार किया गया है l यहां 27 काशी खंड मंदिरों के अलावा घरों से निकले 125 अन्य मंदिरों की तैयारी हो रही मणिमाला के साथ ही शंकराचार्य और अहिल्या बाई समेत भारत माता की प्रतिमा स्थापित होगी l
वाराणसी l श्री काशी विश्वनाथ धर्म धर्म के साथ-साथ राष्ट्रीयता का प्रतीक बनने जा रहा है गंगा और बाबा विश्वनाथ के मध्य राष्ट्रीयता का प्रतीक भी दिखाई देगा l जो दुनिया में काशी को नई पहचान देगा l श्री काशी विश्वनाथ धाम में रानी अहिल्याबाई, भारत माता, कार्तिकेय, शंकराचार्य आदि की मूर्तियां भी स्थापित होंगी l प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को शिव भक्तों के लिए विश्वनाथ धाम की सौगात देंगे l इसके अलावा काशी खंड के 27 मंदिर और निर्माण के दौरान घरों के अंदर से निकले 125 मंदिरों की मणि माला भी तैयार की जा रही है l
27 पुरातन मंदिर और 125 अन्य मंदिरों की भी मौजूदगी
जिस बात को लेकर सबसे ज्यादा हंगामा हुआ था, कि विश्वनाथ कॉरिडोर के निर्माण के दौरान मंदिरों को तोड़ा गया है और अब जब कॉरिडोर लगभग तैयार हो चुका है तो अब उन मंदिरों का भी स्वरूप दिखने वाला है l जिनके तोड़े जाने की बात कही जा रही थी जो कि विश्वनाथ धाम के अंदर 27 ऐसे मंदिर जीर्णोद्धार के साथ सामने आ रहे हैं, जो काशी खंड में वर्णित है l जबकि 125 मंदिर भी शामिल है जो घरों के अंदर से निकले हैं यानी इन मंदिरों की मणि माला तैयार कर भक्तों को इनका दर्शन भी अब मिल सकेगा l