वाराणसी,26 अप्रैल। पूर्वोत्तर रेलवे मण्डल चिकित्सालय में कोरोना संक्रमित मरीजों का बेहतर इलाज हो रहा है। ये अस्पताल नान कोविड की श्रेणी में है। सोमवार को जनसम्पर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि अस्पताल में रेल कर्मियों एवं उनके परिवार के सदस्यों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। वर्तमान समय में कोविड-19 महामारी के दौरान मरीजों की बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए इस चिकित्सालय में भी कोविड से संक्रमित रेल कर्मियो का इलाज शुरू किया जा चुका है।
उन्होंने बताया कि विद्युत टीआरडी कार्यालय में कार्यरत प्रवीण कुमार वरिष्ठ खण्ड अभियन्ता चिकित्सालय में 18 अप्रैल को गम्भीर अवस्था में इलाज के लिए भर्ती किये गये। उन्हें शूगर रोग पहले से था। कोविड की चपेट में आने से उनका आक्सीजन सेजुरेशन सामान्य से काफी नीचे लगभग 38 फीसद के साथ ब्लड प्रेशर 50/30 एवं पल्स रेट 120 प्रति मिनट हो गया था। ऐसी गम्भीर स्थिति में डा० टी०गुप्ता एवं डा० आर०आर० सिंह के नेतृत्व में पैरामेडिकल टीम ने सकारात्मक सोच के साथ आक्सीजन, एन्टीबायोटिक, लो मालीकुलर हैपेरिन, स्टेरायड तथा अन्य चिकित्सकीय सामग्रियों के साथ इलाज शुरु किया। इलाज शुरू होने के बाद कुमार के स्वास्थ्य में उत्तरोत्तर सुधार होता गया। अब वे पूर्ण रूप से स्वस्थ है तथा इनका आक्सीजन सेचुरेशन 96 फीसद के साथ ब्लड प्रेशर 140/90 हो गया है, जो कि स्वस्थ होने के श्रेणी में होता है।
प्रवीण कुमार को पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर चिकित्सालय से डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके अतिरिक्त मंडल चिकित्सालय में पांच महिला रेल कर्मी कोविड पाजीटिव भर्ती हैं। जिनका आक्सीजन सेचुरेशन भर्ती के समय से ही 75 फीसद से 90 फीसद के बीच रहा। इन महिला कर्मियों का भी चिकित्सकीय टीम के सकारात्मक सोच के साथ शुरु किया गया इलाज काफी प्रभावी रहा। परिणाम स्वरूप इन कर्मियों के स्वास्थ्य में भी उत्तरोत्तर सुधार हो गया। उन्हें भी चिकित्सालय से डिस्चार्ज कर दिया गया।