एक नज़र में :-
• प्रवेश परीक्षा फॉर्म भरने से लेकर परिणाम तक ऑनलाइन ही होगा
• यूजीसी के निर्देशानुसार अक्तूबर से नया सत्र शुरू करने की तैयारी है।
• प्रथम, अंतिम और मध्यवर्ती सेमेस्टर, जिनकी परीक्षाएं चल रहीं हैं उनके अलावा शेष सभी सेमेस्टर के छात्रों को पिछले सत्र के अंकों के आधार पर किया जाएगा प्रोमोट।
• सभी निर्देशकों और संकाय प्रमुखों के बीच कुलपति की हुई उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया निर्णय।
वाराणसी। बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में सत्र 2021-22 के लिए ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा की तैयारी जारी है। कोरोना के मद्देनजर आवेदपत्र भरने से लेकर परीक्षा परिणाम तक सब ऑनलाइन ही होगा। एक तरह से इस वर्ष प्रवेश परीक्षा पूर्ण रूप से डिजिटल होगी।
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए परीक्षा प्रभावित न हो इसलिए ऑनलाइन व्यवस्था की जा रही है। स्थानीय स्तर पर ऑफलाइन परीक्षा कराने के विकल्प पर भी विचार किया जा रहा है। यूजीसी द्वारा वर्तमान सत्र के लिए केंद्रीय विश्वविद्यालयों द्वारा स्वतंत्र रूप से प्रवेश परीक्षाएं कराने की अधिसूचना करने के बाद बीएचयू प्रशासन तैयारियों में जुट गया परीक्षा विभाग के सूत्रों के अनुसार अगस्त के पहले सप्ताह में किसी भी दिन सभी पाठ्यक्रमों को प्रवेश परीक्षाओं के फार्म बीएचयू को वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे। प्रवेश परीक्षा फॉर्म भरने के लिए अधिकतम 15 दिनों का समय होगा। प्रवेश फॉर्म के साथ शुल्क जमा करने के लिए ई-पेमेंट के विकल्पों पर भी विचार किया जा रहा है। सितंबर के मध्य तक सभी प्रवेश परीक्षाएं कराने के बाद माह के अंत तक परिणाम भी घोषित होंगे। ताकि निर्देशानुसार अक्टूबर से नए सत्र की शुरुआत की जा सकती है।
नहीं होंगी सेमस्टर की परीक्षाएं ?
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के दिशा निर्देशों के बाद 1 अगस्त से नया सत्र शुरू किया जाएगा। पहले सेमेस्टर को छोड़कर अन्य सभी सेमेस्टर के छात्र अगस्त से शुरू हो रहे सत्र में शामिल होंगे, इसके पहले विश्वविद्यालय में जिन विभागों के छात्रों की सेमेस्टर परीक्षाएं, मध्यवर्ती सेमेस्टर अब तक शुरू नहीं हुए हैं उन्हें सेशनल या पूर्व सेमेस्टर परीक्षाओं के अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा। बीएचयू में सभी निदेशकों और संकाय प्रमुखों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर वी०के शुक्ला ने यूजीसी के सभी दिशानिर्देशों को अमल में लाने की बात कही है।