वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में जहां एक तरफ प्रवेश परीक्षा का दौर चल रहा है। वहीं दूसरी तरफ आये दिन होने वाला बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार की शाम लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास गेट पर करीब 50 से अधिक छात्रों ने मनमानी फीस लेने का आरोप लगाते हुए प्रोफेसर अनिल सिंह का घेराव कर लिया। आक्रोशित छात्रों ने हॉस्टल के बाहर ही धरना प्रदर्शन शुरु कर दिया।
छात्रों ने छात्रावास प्रबंधक अधिकारी से बातचीत कर अपनी मांगो को रखा। मामला इतना बढ़ गया कि छात्रावास प्रबंधक प्रोफेसर अनिल सिंह को बीएचयू प्रॉक्टोरियल बोर्ड को अंत में फोन करना पड़ा, जिसके कुछ देर बाद बीएचयू के सुरक्षा गार्ड लाल बहादुर शास्त्री छात्रावास पहुंच कर मोर्चा संभाला। प्रॉक्टोरियल बोर्ड और हॉस्टल प्रबंधक के काफी समझाने के बाद छात्र शांत हुए और धरना खत्म किया।
करोना काल में बंद थे हॉस्टल तो माफ हो फीस:-
छात्रों का कहना है कि बीएचयू में किसी भी छात्रावास के छात्र-छात्राओं ने पांचवें सेमेस्टर की फीस जमा नहीं की है और उनकी फीस माफ की गई है तो हमारी फीस क्यों ली जा रही है। छात्रों ने बताया कि कोविड-19 के चलते हमारे पांचवें सेमेस्टर में सभी हॉस्टल बंद रहे और हमने हॉस्टल की किसी भी सुख सुविधा का लाभ नहीं उठाया तो हमारी फीस क्यों ली जा रही है।
जिन छात्रों ने मचाया उपद्रव वसूला जा रहा उनसे पैसा:-
वहीं छात्रावास प्रबंधक प्रोफ़ेसर अनिल सिंह का कहना है कि छात्रावास में इन छात्रों ने अपने रूम पर बाहरी छात्रों को बुलाकर सीसीटीवी कैमरे को तोड़ते हुए पूरी बिजली की लाइन को भी ध्वस्त किया है इसलिए उन सभी छात्रों से अतिरिक्त शुल्क लिया जा रहा है। फिलहाल छात्रों को समझा बुझाकर शांत करा दिया गया है। वहीं अभी भी अवैध रुप से रह रहे छात्रों को विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रावास से निकालने की कार्रवाई शुरु करेगी।