वाराणसी। बीएचयू के उर्दू विभाग द्वारा 9 नवंबर को एक दिवसीय सेमिनार के आयोजन के लिए छपवाए गए निमंत्रण पत्र पर से महामना की तस्वीर हटा कर पाकिस्तान के उर्दू साहित्यकार अल्लामा इकबाल की तस्वीर लगाए जाने पर आपत्ति जताने के बाद महा मना की तस्वीर दोबारा लगा दी गई लेकिन एबीवीपी के प्रदेश सचिव साक्षी सिंह ने आज उर्दू विभाग द्वारा आयोजित एक दिवसीय वेबीनार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वेबीनार कि विषय भाषा थी किंतु कार्यक्रम के दौरान बुलाए गए मुख्य अतिथि और वक्ता ने भाषा के ऊपर बात ना करके आपत्तिजनक बयान दिए जो कहीं ना कहीं किसी कौम की तरफ इशारा करने का प्रयास रहा l
प्रशासन से बातचीत करने के दौरान साक्षी सिंह ने कहा कि महा मना के जीवन से बीएचयू का हर एक विद्यार्थी प्रभावित है और इसी कारण बीएचयू में आयोजित होने वाले किसी भी कार्यक्रम में महा मना की तस्वीर लगाई जाती है और उर्दू विभाग द्वारा महा मना की तस्वीर हटा कर एक विवादित पुरुष की तस्वीर लगाना जिसने 1930 में हिंद की धरती को नापाक बताया था , यह बिल्कुल भी उचित नहीं और इसी कारण कुलपति जी के सामने तीन मांगे रखते हुए उन्होंने कहा कि इस बात की एक स्पष्ट जांच की जाए और जांच के दौरान कार्यक्रम में की गई रिकॉर्डिंग को सार्वजनिक किया जाए और विश्वविद्यालय उस वीडियो की पूर्णता जांच करें और साथ ही यह मांग भी रखी कि कार्यक्रम किसी भी विभाग में होता है तो उसे सेंट्रल ऑफिस में सूचित करने का नियम है और इस नियम को बीएचयू के उर्दू विभाग पर भी लागू किया जाए l
पुरानी पोस्टर:
विरोध के बाद बदली गई पोस्टर:
सभी बातों को सुनने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने आश्वासन देते हुए कहा है कि वह उनकी इन सभी मांगों पर जरूर कार्य करेंगे l