वाराणसी,24 मई। कोरोना संकट के बीच वाराणसी में ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ता जा रहा है। बीएचयू अस्पताल में भर्ती ब्लैक फंगस से ग्रसित दो और मरीजों की मौत हो गई, जबकि 10 नए मरीज बीएचयू अस्पताल में डॉक्टर को दिखाने पहुंचे। अब बीएचयू मे ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या बढ़कर 84 हो गई। इसमें कुल छह मरीजों की अब तक मौत भी हो चुकी है, जबकि 78 मरीजों का इलाज चल रहा है।
बीएचयू अस्पताल में ब्लैक फंगस के जिन दो मरीजों की मौत रविवार को हुई है, उनका इलाज इमरजेंसी में चल रहा था। बीएचयू अस्पताल के एमएस प्रोफेसर केके गुप्ता ने बताया कि जिन मरीजों की मौत हुई है, उनमें एक गाजीपुर और एक मऊ के मूल निवासी है और दोनों को पहले से भी अन्य कई बीमारियां थीं।
उन्होंने बताया कि अब तक ब्लैक फंगस से छह मरीजों की मौत हो चुकी है। शनिवार देर रात से रविवार तक 10 नए मरीज भी अस्पताल आए हैं। अस्पताल में मरीजों के इलाज और जांच की सभी सुविधाएं मौजूद हैं। बीएचयू सुपरस्पेशियलिटी ब्लॉक, इमरजेंसी, पोस्ट कोविड वार्ड मिलाकर 78 लोग भर्ती हैं।
40 बेड के दूसरे वार्ड में भर्ती होंगे ब्लैक फंगस के मरीज
बीएचयू में ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिए पुराने चेस्ट वार्ड में बने 40 बेड के पोस्ट कोविड वार्ड में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अब मरीजों को दूसरे वार्ड में भर्ती करने की तैयारी चल रही है। एमएस प्रोफेसर केके गुप्ता ने बताया कि चेस्ट वार्ड के पास में ही बने आयुर्वेद संकाय के पोस्ट कोविड वार्ड में 40 बेड वाले वार्ड को भी पोस्ट कोविड वार्ड बनाया जा रहा है, जहां मरीजों को भर्ती कर उनका इलाज किया जाएगा। जैसे-जैसे मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे जरूरत पड़ने पर वार्ड भी बनाए जाएंगे।
ऑपरेशन वाले मरीजों की सेहत में सुधार
अस्पताल में अब तक नौ मरीजों के ऑपरेशन हो चुके हैं। ऑपरेशन के बाद इनमें से एक की मौत भी हो गई है, जबकि आठ अन्य मरीजों की सेहत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। एमएस प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि ईएनटी डिपार्टमेंट से शिफ्ट होकर पोस्ट कोविड वार्ड पहुंचे मरीजों की सेहत पर डॉक्टरों की टीम लगातार निगरानी कर रही है। वार्ड में ही जांच, इलाज, जरूरत पड़ने पर ड्रेसिंग की भी सुविधा हैं।