-उपवास के दौरान दही,पनीर और फलों का सेवन भी करें
वाराणसी, 15 अप्रैल। चैत्र नवरात्र में पूरे नौ दिन व्रत रखने वाले मधुमेह (शुगर) के मरीज दिन में पूरे समय खाली पेट न रहे। नहीं तो उनकी हालत बिगड़ जायेगी। उन्हें थोड़े-थोड़े अंतराल में नारियल का पानी पीने के साथ मौसमी फल अमरूद,सेव खाते रहना चाहिए। ज्यादा समय खाली पेट रहने से शरीर में शर्करा का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है। इससे तबियत बिगड़ने की संभावना दुगुनी हो जाती है।
ये जानकारी होमियोपैथी चिकित्सक मां विमला होम्योपैथिक क्लिनिक जगतगंज के निदेशक डॉ सुधाकर सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि व्रत के दौरान सामान्य श्रद्धालुओं में ब्लड प्रेशर लो हो जाता है तो खानपान में सावधानी बरतने की जरूरत हैं। हो सके तो सेंधा नमक और चीनी का घोल नियमित अंतराल में लेते रहे। इससे व्रत में कमजोरी भी नहीं आयेगी और चक्कर भी नहीं आयेगा। फलों का जूस भी लेना चाहिए जिसमें कम शुगर वाले फल हो।
डा.सुधाकर सिंह ने बताया कि मधुमेह के रोगी व्रत के दौरान सिंघाड़े का आटा, शकरकंद, आलू, केला,चीकू खाने से बचे। नवरात्र में सामान्य श्रद्धालु भी व्रत के दौरान दही, पनीर, फलों का सेवन करते रहे। फलाहार में दूध या दूध से बने आहार लेना चाहिए।
डा. सिंह ने व्रत खोलने के तुरंत बाद चुटकी भर नमक मिला एक ग्लास पानी पीने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि भूख से थोड़ा कम संतुलित आहार लेना चाहिए।