वाराणसी। वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट की एकमात्र महिला थाना प्रभारी को हिस्ट्रीशीटर के पक्ष में भ्रष्टाचार में संलिप्त होना महंगा पड़ गया। यही नहीं, चेतगंज थाना प्रभारी की करतूत की कीमत उनके थाने के सीनियर सब इंस्पेक्टर और चौकी प्रभारी को भी चुकानी पड़ी। जहां एक ओर वाराणसी कमिश्नरेट की एकमात्र महिला थाना प्रभारी संध्या सिंह, लहुराबीर चौकी इंचार्ज अमित सिंह को निलंबित तो वहीं चेतगंज थाने के सीनियर स्टेशन इंचार्ज ओमप्रकाश सिंह को भ्रष्टाचार के मामले में लाईन हाज़िर किया गया। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सम्मान प्राप्त मंगल केवट से बदसलूकी के मामले में काल भैरव चौकी इंचार्ज सुरेंद्र यादव भी लाईन हाज़िर हुए।
क्या है पूरा मामला:-
पिशाचमोचन निवासी मुकेश साहू उर्फ बल्लू ने 112 नंबर पर शिकायत की थी। मुकेश के अनुसार, पिशाचमोचन स्थित उनके द्वारा 70 लाख रुपये में सट्टा कराई गई जमीन पर उनके विरोधी पक्ष के हिस्ट्रीशीटर से पैसा लेकर इंस्पेक्टर चेतगंज संध्या सिंह कब्जा करा रहीं थीं। मौके पर यूपी 112 की पुलिस गई तो उन्हें इंस्पेक्टर संध्या सिंह ने डांट कर भगा दिया। इस काम में लहुराबीर चौकी इंचार्ज अमित सिंह भी उनका सहयोग कर रहें थें। इसके साथ ही चेतगंज थाने के एसएसआई ओम प्रकाश सिंह ने भी इस मामले में मुकेश का कोई सहयोग नहीं किया।
उल्टे मुकेश को ही चेतगंज थाने पर घंटों बैठाया गया और उन्हीं का गेट भी उठा कर जबरन कब्जा कराई गई जमीन में लगा दिया गया। मुकेश द्वारा की गई शिकायत के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने एसीपी चेतगंज से जांच कराई तो पुलिसकर्मियों का दोष उजागर हुआ और उन पर कार्रवाई की गई।
प्रधानमंत्री के करीबी केवट से बदसलूकी, चौकी इंचार्ज को पड़ी भारी :-
PM Modi के हाथों सम्मानित हुए ट्रॉली चालक मंगल केवट से मंगलवार को कालभैरव चौकी इंचार्ज सुरेंद्र यादव ने बदसलूकी की थी। पुलिस कमिश्नर ने बुधवार को चौकी इंचार्ज सुरेंद्र यादव को भी लाइन हाजिर कर दिया। मामले की जांच ACP कोतवाली को मिली है।
पूरे मामले पर , CP ए. सतीश गणेश का कहना है कि कमिश्नरेट में भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसवालों को बख्शा नहीं जाएगा। हाल ही जांच में भ्रष्टाचार में दोषी पाए गए कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई और आगे भी की जाएगी।