वाराणसी। अपनी विभिन्न मांगो के लेकर बीते गुरुवार की रात से धरने पर बैठे बिजली कर्मियों ने सरकार की सद्बुद्धि के लिए आज समझौता पूर्ति यज्ञ किया। यज्ञ कर रहे विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अंकुर पांण्डेय का आरोप है कि 3 दिसंबर 2022 में हुई एक बैठक में मुख्यमंत्री योगी के मुख्य सलाहकार अवनीश अवस्थी और उर्जा मंत्री एके शर्मा से 13 सूत्रीय मांगों को लेकर समझौता हुआ था, जिसका पालन करने के लिए सरकार ने 15 दिन का समय मांगा था, लेकिन आज 113 दिन बीत गए अबतक समझौते का पालन नहीं हुआ है। इसे लेकर बिजली कर्मियों में नाराजगी है और वो बीते गुरुवार से 72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल पर चले गए है।
उन्होंने बताया कि इसी क्रम में आज हम सभी बिजली कर्मी सरकार की सद्बुद्धि के लिए यह यज्ञ कर रहे है है, जिससे भगवान उन्हें सद्बुद्धि दें। साथ ही जल्द से जल्द कर्मचारियों के समझौते का पालन कर उन्हें काम पर लौटने को आदेशित करें।
उन्होंने आगे कहा कि हमने किसी भी कर्मी पर दबाव नहीं डाला है जो भी समझौता होगा वे सभी कर्मचारी पर लागू होगा। जो हमारे इन चीजों से सहमत नहीं है वह कार्य कर सकता है, हमने किसी पर भी दबाव नहीं बनाया है। जो लोग काम कर रहे हैं उन्हें रोका भी नहीं जाएगा, लेकिन जो लोग हड़ताल में शामिल है उन्हें किसी भी तरह से परेशान न किया जाए।
वहीं सरकार द्वारा हड़ताल करने वाले कर्मियों पर कार्रवाई की बात पर उन्होंने कहा कि अगर किसी भी कर्मचारी पर कोई कार्रवाई की जाती है तो हमारा 72 घंटे का सांकेतिक हड़ताल अनिश्चितकालीन हड़ताल में तब्दील हो जाएगा।
बता दें कि, पिछले दिनों हुए ऊर्जा मंत्री से हुए समझौते को पूरा नहीं होने से नाराज बिजली कर्मचारी 36 घंटे के कार्य बहिष्कार के बाद गुरुवार रात 10 बजे से 72 घंटे के हड़ताल पर है . हड़ताल शुरू होने के साथ ही बिजली कटौती की समस्या भी शुरू हो गई है। जानकारी के मुताबिक, कोटवां सब स्टेशन के फुलवरिया फीडर से 4 भोर बजे से सप्लाई बंद है।