ताजा खबर
कनाडा सरकार ने इंफोसिस पर लगाया 82 लाख रुपये का जुर्माना   ||    Google Accidentally Deletes $125 Billion Pension Fund Account From Cloud   ||    प्रतिदिन 133 महिलाएँ अपने साथियों द्वारा मारी जा रही हैं; जानिए क्या है स्त्री हत्या और किन देशों ने...   ||    किर्गिस्तान भीड़ के हमलों के बीच भारत और पाकिस्तान ने छात्रों को अंदर रहने की चेतावनी दी   ||    वैज्ञानिकों ने खोजी ‘हत्यारी’ मकड़ी की नई प्रजाति, पैरों से दबोचती हैं शिकार, नाम भी अजीब   ||    छोटी उंगली को 360 डिग्री तक घुमा लेता है युवक, जिम से वायरल वीडियो को देख चुके हैं लाखों लोग   ||    प्रॉपर्टी या शेयर, किसमें लगाएं पैसा? घर की बढ़ रही कीमतें तो रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों की ऊंची...   ||    Kanya Utthan Yojana: बेटियों को 50 हजार रुपये दे रही सरकार, आज आवेदन करने की आखिरी तारीख   ||    Petrol Diesel Price Today: शनिवार को जारी हुई पेट्रोल-डीजल की कीमत? जानें ईंधन के नए रेट   ||    RCB Vs CSK: 18 मई को निर्णायक मुकाबला, अगर बारिश ने बिगाड़ा खेल… तो कौन करेगा क्वालीफाई   ||   

जीरो बजट कम लागत की जैविक खेती अपनाने पर जोर

Photo Source :

Posted On:Wednesday, March 16, 2022

वाराणसी। स्थानीय न्यायपंचायत कठिराव महाबीर मन्दिर परिसर मे बाजार मे कृषि विभाग के खण्ड बड़ागाव द्वारा नमामि गंगे योजनान्तर्गत जैविक किसान मेला का आयोजन किया गया। जैविक उत्पाद के कई स्टाल किसानो द्वारा लगाएं गए। कृषि विभाग द्वारा किसानो के लिए चलाए जा रहे योजनाओ की जानकारी कृषि गोदाम प्रभारी बड़ागाव अशोक पाल ने दी। 

 
 खण्ड कृषि अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह ने किसान का आय दूना करने के लिए जीरो बजट कम लागत की खेती जैविक खेती अपनाने पर जोर दिया‌ जिससे किसान भाइयो का आय दूना लागत शून्य व स्वास्थ्य तथा पर्यावरण सूरक्षित रहेगा। मुख्य वक्ता कृषि विशेषज्ञ आनन्द प्रकाश सिंह ने बताया कि अनाज, फल सब्जियो की खेती मे जिन रासायनिक कीटनाशको का प्रयोग किया जा रहा है। वह मानव शरीर को नुकसान पहुंचाने और खाद्य श्रृंखला को जहरीला बनाने के लिए जिम्मेदार है‌। 
 
 रासायनिक कीटनाशक के अंधाधुंध प्रयोग से फसल ही नही खेत की मिट्टी भी जहरीली हो रही है। जिससे खेती के लिए लाभदायक सूक्ष्म जीव किसान का मित्र केचूआ प्रभावित हो समाप्त हो रहे है‌। जिससे हमारी प्रकृति पर्यावरण एंव सम्पूर्ण प्राणी जगत पर घातक दुष्प्रभाव देखने को मिल रहा है। जहर मुक्त खेती ऐसा माध्यम है जिससे मानव जीवन व भूमि जल वायु पर्यावरण को बचाया जा सकता है। जैविक फसलोत्पादन के लिए गोवंश आधारित जीवामृत, बीजामृत, पंचगव्य ,घनजीवामृत संजीवक खाद,मटका खाद, बायोडायनामिक खाद, सींग खाद, फसल सुरक्षा के लिए नीम की पत्ती तथा गो मूत्र से बने जैविक कीटनाशक का प्रयोग किसान भाई अवश्य करे । 
 
 बर्मी कम्पोष्ट विशेषज्ञ- प्रवीण श्रीवास्तव ने केचूआ खाद बनाने व प्रयोग करने का तरीके पर प्रकाश डालते हुए कहा इस खाद मे सभी पोषक तत्व मौजूद है जो फसल के लिए जरूरी है। सेवा प्रदाता प्रमुख अभिषेक सिंह सबका माल्यार्पण कर स्वागत किया कार्यक्रम की अध्यक्षता आदित्य दूबे,ग्राम प्रधान राजू व सम्मानित किसान भागीरथी यादव धन्यावाद ज्ञापन किया।
 मेला व बैठक मे कृषि विभाग के अधिकारियो सहित सैकड़ो किसान भाई व महिला किसान प्रतिभाग किये रोहित सिंह व निशांत मिश्रा ने संचालन किया प्रमुख रूप से आदित्य दूबे भागीरथी यादव राजू प्रधान आनन्द प्रकाश सिंह दिनेश प्रताप सिंह अशोक पाल अभिषेक सिंह निशांत मिश्रा दिवाकर उपाध्याय प्रवीण श्रीवास्तव अजय गुप्ता अशोक पटेल आदि थे।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.