वाराणसी। साइबर ठगी की शिकायत को गम्भीरता से लेते हुए कमिश्नरेट के सभी थानों पर नए सिरे से साइबर हेल्प डेस्क का गठन किया है। पुलिस आयुक्त ने ट्रैफिक ऑडिटोरियम में महिला हेल्प डेस्क और साइबर सेल के पुलिसकर्मियों संग कार्यशाला आयोजित किया। इस दौरान सीपी ने कहा कि तकनीक का इस्तेमाल करके बदमाश साइबर ठगी कर रहे है और हमें उसी तकनीक की मदद से जनता को जागरुक करते हुए साइबर ठगी और महिला संबंधित अपराध को रोकनी है।
बैठक में अपर पुलिस उपायुक्त महिला अपराध व मुख्यालय ममता रानी ने महिला सम्बन्धित प्रकरणों में साइबर हेल्प डेस्क द्वारा शिकायतो को संवेदनशील एवं त्वरित ढंग से कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने साइबर हेल्प डेस्क के कर्मचारियों द्वारा पीड़ित पक्ष की शिकायत सहानुभूतिपूर्वक सुनने को कहा। इसके अलावा महिला सम्बन्धित अपराधों में पूर्व में दर्ज मुकदमे की पीड़िता से सम्पर्क स्थापित कर प्रकरणों के संदर्भ में फीडबैक लिया जाए। प्रकरणों में अभियुक्त द्वारा पीड़ित पक्ष पर किसी प्रकार का दबाव बनाया जाय तो उसके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाए। साइबर व महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त कर्मचारियों को पीड़ित व्यक्ति के साथ अच्छा व्यवहार करने हेतु निर्देशित किया गया।
सहायक पुलिस आयुक्त अपराध और आंकिक रत्नेश्वर सिंह ने कहा कि साइबर अपराध से पीड़ित पक्ष की सूचना पर तत्काल साइबर क्राइम सेल से समन्वय स्थापित कर त्वरित कार्यवाही की जाए। साइबर हेल्प डेस्क मे नामित कर्मचारियों को सर्किल वार वर्तमान समय में हो रहे साइबर अपराध व उनपर त्वरित कार्यवाही कर पीड़ित पक्ष को उपचार प्रदान करने हेतु प्रशिक्षण दिया जाए। इस दौरान सहायक अभियोजन अधिकारी अविनाश चतुर्वेदी, सर्विलांस प्रभारी अंजनी कुमार पाण्डेय व साइबर प्रभारी मौजूद रहे।