बनारस न्यूज डेस्क: होली से पहले वाराणसी के रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ देखने को मिली। गुरुवार को कैंट, बनारस, वाराणसी सिटी और काशी स्टेशनों पर आने-जाने वाली ज्यादातर ट्रेनें यात्रियों से खचाखच भरी रहीं। मुम्बई, दिल्ली, अहमदाबाद, सूरत, कोलकाता और सिकंदराबाद से आने वाली ट्रेनों के जनरल और स्लीपर कोच में पैर रखने की भी जगह नहीं थी। यहां तक कि एसी कोच के दरवाजों पर भी भारी भीड़ देखी गई। भीड़ और सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए कैंट स्टेशन पर आरपीएफ और आरपीएसएफ के अतिरिक्त जवानों की तैनाती की गई है।
भीड़ नियंत्रण के लिए कैंट स्टेशन पर यात्रियों के लिए एक विशेष होल्डिंग एरिया तैयार किया गया है। डेमो इंजन के पास बनाए गए इस होल्डिंग एरिया का क्षेत्रफल 450 वर्ग मीटर है, जिसमें करीब 900 यात्री बैठ सकते हैं। हालांकि गुरुवार को यहां भीड़ अपेक्षाकृत कम रही। स्टेशन प्रशासन ने यात्रियों की सुविधा के लिए होल्डिंग एरिया में बैठने और पानी की व्यवस्था की है।
कैंट और बनारस स्टेशनों पर गुरुवार को कई प्रमुख ट्रेनें यात्रियों से भरी रहीं। महानगरी एक्सप्रेस, एलटीटी-बनारस सुपरफास्ट एक्सप्रेस, काशी-दादर एक्सप्रेस, स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस, पवन एक्सप्रेस, विभूति एक्सप्रेस, पंजाब मेल, गंगा-सतलुज एक्सप्रेस, शिवगंगा एक्सप्रेस, काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, देहरादून-बनारस जनता एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों में भारी भीड़ देखी गई। यात्रियों की भारी संख्या के कारण ट्रेनों में चढ़ने और उतरने में भी काफी दिक्कतें आईं।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं। उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक लालजी चौधरी ने स्टेशन डायरेक्टर कक्ष में बैठक कर होली के दौरान भीड़ प्रबंधन को लेकर जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने प्रयागराज महाकुंभ के दौरान अपनाई गई रणनीति को इस बार भी लागू करने को कहा। वहीं, बस अड्डे पर भीड़ अपेक्षाकृत कम रही, लेकिन रोडवेज बसों के देरी से चलने की शिकायतें सामने आईं। वाराणसी रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि होली को देखते हुए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई है।