वाराणसी। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में स्नातक की परीक्षा परिणाम में छात्रों ने गड़बड़ी का आरोप लगाया है। छात्रों ने विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन पर प्रदर्शन कर कुलसचिव का घेराव भी किया। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा में उपस्थित छात्रों को अनुपस्थित कर दिया गया और जो छात्र मेधावी थे उनको फेल कर दिया गया। छात्रों की मांग पर कुलपति ने संकाय स्तर पर समिति गठित करने का निर्देश दिया।
छात्रों ने उत्तर पुस्तिकाओं के दोबारा मूल्यांकन की मांग की
सोमवार को स्नातक की परीक्षा परिणाम से आक्रोशित छात्रों ने कुलसचिव का घेराव किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्र उत्तर पुस्तिकाओं का दोबारा मूल्यांकन कराने की मांग कर रहे थे। छात्रों का कहना है कि बीए व बीएससी प्रथम खंड में जिन परीक्षार्थियों को 70-75 फीसदी अंक मिले हैं। अंतिम खंड के परीक्षा परिणाम में उसी परीक्षार्थी को 40 से 50 फीसदी से भी कम अंक मिला है। प्रथम खंड में 50 फीसदी पाने वाले छात्रों को तृतीय खंड में 65 फीसदी से अधिक अंक मिला है।
ये हैं आरोप
मनमाने तरीके से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने का आरोप
छात्रों ने परीक्षकों पर मनमाने तरीके से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन करने का आरोप लगाया है। छात्रों ने कहा कि मनोविज्ञान विषय में 100 में 80 विद्यार्थियों को अनुत्तीर्ण कर दिया गया है। छात्रों ने कुलपति व परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन भी सौंपा और कापियों का दोबारा परीक्षण करने का अनुरोध किया। मूल्यांकन नहीं होने पर छात्रों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। इस दौरान सोनू शुक्ला, अभिषेक सोनकर, संदीप यादव, गौतम मिश्रा, अभिषेक यादव, रविंद्र पटेल, प्रभु पटेल, शिवजनक गुप्ता, गणेश राय, शशि प्रकाश चंदन, दीपक कुमार, सोनू प्रजापति आदि मौजूद रहे।
जनसंपर्क अधिकारी डॉ. नवरत्न सिंह ने बताया कि कुलपति प्रो. आनंद कुमार त्यागी के निर्देश पर संकाय स्तर पर समिति गठित कर दी गई है। छात्रों से आपत्तियां मांगी गईं हैं। आपत्तियों के आने के बाद उनका निस्तारण किया जाएगा।