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30 दिसंबर को 2021 की अंतिम एकादशी, जानें तिथि, मुहूर्त और महात्व।

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Posted On:Monday, December 27, 2021

हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है। हर माह में दो बार एकादशी पड़ती हैं। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अतिप्रिय होती है। एकादशी के दिन भगवान विष्णु की विधि- विधान से पूजा- अर्चना की जाती है। साल 2021 समाप्ति की ओर है ऐसे में इस माह में साल की अंतिम एकादशी व्रत 30 दिसंबर को रखा जाएगा। 

एकादशी की तिथि और मुहूर्त
हिंदी पंचांग के पौष माह की कृष्ण एकादशी को सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है। पंचांग गणना के अनुसार पौष माह की एकादशी की तिथि 29 दिसंबर को शाम 04 बजकर मिनट से शुरू हो रही है। जो कि 30 दिसंबर को बजकर मिनट पर समाप्त होगी। एकादशी के सूर्य का उदय 30 दिसंबर को होने के कारण सफला एकादशी का व्रत इस दिन ही रखा जाएगा। व्रत का पारण अगले दिन द्वादशी पर 31 दिसंबर को होगा।

सफला एकादशी का महत्व
सफला एकादशी अपने नाम के अनुरूप कार्य में सफलता प्रदान करती है। इसके महत्व का वर्णन स्वयं प्रभु श्री कृष्ण ने महाभारत में युधिष्ठिर से किया है। प्रभु ने बताया कि सफला एकादशी का व्रत आसाध्य लक्ष्य को पाने और दुष्कर कार्य करने का सामर्थ्य प्रदान करती है। इस दिन जो भी व्यक्ति मनोरथ मान कर श्री हरि नारायण का व्रत रखता है और पूजन करता है। उसको कार्य में सफलात अवश्य मिलती है। सफला एकादशी का व्रत वाजपेय और अश्वमेघ यज्ञ के समान फल प्रदान करने वाला है।

एकादशी पूजा- विधि:
सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
भगवान विष्णु का गंगा जल से अभिषेक करें।
भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल अर्पित करें।
अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।


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