वाराणसी। उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन (राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त) डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद का प्रथम बार वाराणसी आगमन पर कचहरी स्थित सर्किट हाउस से बजरडीहा आवास तक जगह जगह जोरदार स्वागत किया गया।
काशी के अल्पसंख्यक, बुनकरों, शिक्षकों, शहर के मदरसे के जिम्मेदारान व समाज सेवी संस्थाओं से जुड़े लोग पूरे रास्ते उनका स्वागत एवम अभिनंदन करते रहे। चेयरमैन डा. इफ्तिखार जावेद लखनऊ में कार्यभार ग्रहण करने के बाद सड़क मार्ग से वाराणसी सीमा में प्रवेश करते ही बाबतपुर से, पिंडरा बाजार, शिवपुर बाई पास होते हुए सर्किट हाउस पहुंचकर अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद सैयद लाटशाही बाबा के मजार पर चादर चढ़ाई।
जगतगंज स्थित संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी मुख्य द्वार पर डा. एहतेशामुल हक के नेतृत्व में 23 सितंबर को अल्पसंख्यकों ने मल्यार्पण कर स्वागत किया। इसके बाद लहुराबीर, बेनियाबाग, गोदौलिया, मदनपुरा, सोनारपुरा, शिवाला होते हुए बीएचयू सिंह द्वार स्थित पंडित मदन मोहन मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद दुर्गाकुंड होते हुए बजरडीहां स्थित अपने आवास पर पहुंचे। बजरडीहां में लोग खुशी से झूम उठे।
स्वागत से अभिभूत चेयरमैन डॉ. जावेद ने कहा जिस प्रकार से बनारस के लोगों ने मेरे हौसले को बढ़ाया है मैं जिंदगी भर नहीं भूल सकता, मदरसे की शिक्षा को आधुनिकीकरण करके विज्ञान और तकनीक को बढ़ावा देने का प्रयास करूंगा, जिससे यहां के बच्चें समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सके। ज्ञात हो कि डा. इफ्तिखार अहमद जावेद को पहले उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद का चेयरमैन व इसके पूर्व भाजपा अल्पसंख्यक सभा के राष्ट्रीय मंत्री बनाया गया था।
इस अवसर पर डॉ. एहतेशामुल हक, मुस्लिम जावेद अख्तर, एच हसन नन्हें, मुहम्मद ज़फ़र अंसारी, इशरत उस्मानी, महबूब आलम, मुसर्रत इस्लाम, सुलेमान अख्तर, जमाल अहमद, शकील अंसारी, हाजी वसीम अहमद, हाजी इमरान, हाजी साजिद, हाजी रियाज़, जीशान, इरफान, जमाल अहमद शामिल रहे।