वाराणसी। रोहनिया में मनरेगा मजदूर यूनियन से जुड़े मजदूरों ने नरेगा संघर्ष मोर्चा के आह्वाहन पर राष्ट्रीय एक्शन डे मनाते हुए सरकार के सामने 6 मांगे रखी। जिसमें
पहला- साल में 200 दिनों का काम व 800 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी
दूसरा-प्रत्येक मनरेगा मजदूरों का स्वास्थ्य बीमा किया जाए
तीसरा-55 वर्ष से ऊपर के सभी मनरेगा मजदूरों को प्रतिमाह 3 हजार रुपये दिया जाए ।चौथा- सभी मनरेगा मजदूरों का राशन कार्ड बनाया जाए
पाचवा- समान शिक्षा लागू किया जाए और छठवा- गरीबी रेखा तय किया जाए।उक्त मांगों के साथ ग्राम पंचायत मरुई मे रैली निकालकर
मजदूरों ने अपनी आवाज बुलंद किया।मजदूरों ने रैली के माध्यम से अपनी बात कहा।इस अवसर पर मनरेगा मजदूर यूनियन के संयोजक सुरेश राठौर ने कहा कि मजदूरों को अपने हक के लिए संघर्ष करना पड़ेगा ।दुनिया का सबसे बड़ा इमारत बनाने वाला मेहनत कश सड़कों पर सोने को बाध्य है ।आज एक तरफ दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों के सूची में हमारे देश के पूंजीपति का नाम आ रहा है वहीं दूसरी तरफ आज भी देश का एक बड़ा तबका है जिसको दो वक्त की रोटी भी नही नसीब हो रहा है ।जरूरत गरीबी रेखा तय करने का नही है बल्कि अमीरी की रेखा तय करने की आवश्यक्ता है।उन्होंने कहा कि मजदूरों की मांग के अनुसार साल मे दो सौ दिनों का काम व एक दिन की मजदूरी आठ सौ रुपये किया जाये ताकि मजदूरों का परिवार ठीक से चल सके ।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सुरेश राठौर रेनू,राम सिंह,ग्राम प्रधान अजय सिंह, मुश्तफा,उर्मिला,राजू,मीनू,मोहनलाल,सोनी,सावित्री,उषा,रीता,जड़ावती, राजकुमार,संतरा देवी,प्रेमा,सदन, अमृत लाल,छब्बन, अर्जुन,देवी सहित सैकड़ों मजदूर शामिल हुए ।