वाराणसी। प्लास्टिक फिशर एक जर्मन आधारित कंपनी है जो समुद्र के प्लास्टिक को रोकने के लिए नदियों में प्लास्टिक कचरा एकत्र करती है। नदियों को साफ करो। महासागरों को बचाओ जैसे अभियान के साथ ये कंपनी पिछले एक साल से वाराणसी में भी नदियों से प्लास्टिक कचरा एकत्र करने का काम कर रही है। पिछले एक साल में कंपनी ने अस्सी से 38 टन प्लास्टिक एकत्र किया है। इस प्लास्टिक को इकट्ठा करने के बाद रिसाइकिल प्लास्टिक को दोबारा इस्तेमाल में लाया जाता है।
प्लास्टिक फिशर इंडिया के डायरेक्टर और प्रोजेक्ट मैनेजर ऋषभ सिन्हा ने बताया कि हमारा ये प्रोजेक्ट वाराणसी में एक साल से चल रहा है। हमारी टीम के 13 लोग इस काम में लगे हुए हैं। उन्होंने बताया सबसे ज्यादा प्लास्टिक अस्सी घाट से मिलता है। रविदास पार्क में जो हमारी प्रणाली लगी है हम वहां से प्लास्टि उठाते हैं। हर रोज हम लोग वहां से 300 केजी प्लास्टिक एकत्र करते हैं। वरुणा से भी काफी मात्रा में प्लास्टिक कलेक्ट की जाती है।
ऋषभ ने बताया कि प्लास्टिक को एकत्र करने के बाद हम उसे शे़ड में ड्राई करते हैं। मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी में भेजने के बाद रिसाइकल वेस्ट को अलग किया जाता है। नॉन रिसाइकल और सिंगल यूज प्लास्टिक को अलग किया जाता है, जिसे सिमेंट प्लांट में भेजा जाता है। हमारे पास रजिस्टर्ड रिसाइक्लर हैं, जो प्लाटिक को बोर्ड्स, फर्निचर और टाइल्स बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। सरकार भी इसमें हमारा सपोर्ट कर रही है उन्होंने एमआरएफ के लिए हमे जमीन मुफ्त में दी है।
दिसंबर 2018 में जॉर्ज मोरित्ज़ और कार्स्टन ने मिलकर मरीन लाइफ को बचाने के लिए प्लास्टिक फिसर कंपनी की शुरुआत की थी। 1 अक्टूबर, 2021 से कंपनी बैग्लोर और वाराणसी में काम कर रही है। आने वाले सालों में हम भारत और इंडोनेशिया में बड़े पैमाने पर विस्तार करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। इससे निपटने के लिए कई प्रदूषित नदियां हैं और हमें ऐसा करने के लिए किफायती समाधान की जरूरत है।
प्लास्टिक फिशर मार्च 2021 से वाराणसी में काम कर रहा है और अब तक वरुणा और अस्सी नदी से 38 टन प्लास्टिक एकत्र करने में सक्षम रहा है। प्लास्टिक फिशर ने अस्सी में 4 प्रणालियों और वरुणा नदी में 3 प्रणालियों को तैनात किया है और स्थानीय रूप से 13 लोगों को नियुक्त किया है जो सिस्टम की सफाई करते हैं और संचालन को संभालते हैं। प्लास्टिक फिशर ने एकत्रित प्लास्टिक को सॉर्ट करने बंडल करने और रीसायकल करने के लिए अर्दली बाजार में एक एमआरएफ भी स्थापित किया है। प्लास्टिक फिशर प्रति माह नदी से लगभग 6 टन प्लास्टिक एकत्र कर रहे हैं और प्रति माह 10 टन तक मात्रा बढ़ाने की कोशिश करेंगे।