वाराणसी। संयुक्त राष्ट्र दिवस के उपलक्ष में संयुक्त रूप से सामाजिक संस्था ड्रीम इंडिया फाउंडेशन व बनारस टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की ओर से फाउंडर नित्यानंदम नारायण स्वामी व महामंत्री प्रकाश जायसवाल के द्वारा राजेंद्र प्रसाद घाट दशाश्वमेध वाराणसी में सुपारी के पत्ते से बने हुए 2000 दोने के दीपदान रविवार के दिन ड्रीम इंडिया फाउंडेशन ने किया, साथ ही साथ निशुल्क दीप बांटकर लोगों को मां गंगा को निर्मल बनाए रखने का संकल्प दिलाने का प्रयास भी किया। खास बात यह है कि सुपारी के पत्ते से बने यह डीप इको फ्रेंडली हैं तथा गंगा में प्रवाहित करने के बाद यह नदी में गल जाएंगी जिन्हें जलीय जीव आसानी से अपना भोजन बना सकतें हैं।
गंगा को प्रदूषण से बचाने में निरन्तर प्रयासरत ड्रीम इंडिया फाउंडेशन व बनारस टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन आने वाले वर्ष 2022 में यूनाइटेड स्टेट्स अमेरिका के सहयोग से निशुल्क डेढ़ करोड़ दीपदान करेगी जिस योजना का शुभारंभ फाउंडर नित्यानंदम नारायण स्वामी ने रविवार की शाम 4:00 बजे वाराणसी के राजेन्द्र प्रसाद घाट से किया।
गंगा की सुरक्षा में सदैव प्रयासरत है BTTA:-
आयोजक बीटीटीए के महामंत्री प्रकाश जायसवाल ने बताया कि आज का कार्यक्रम एसोसिएशन के सहयोग से किया जा रहा है और आने वाले वर्ष में इस संस्था के सहयोग से मां गंगा निर्मल व स्वच्छ रहें उसके लिए हमारी सोसाइटी तरह तरह के कार्य सदैव मां गंगा के हित में करता रहेगा और ड्रीम इंडिया फाउंडेशन का स्वागत व अभिनंदन करता है फाउंडर नित्यानंदम स्वामी के एक्ट फॉर गंगा, मिशन में सहयोग करता रहेगा।
आस्था के साथ निर्मलता रहेगी बरकरार:-
बतौर मुख्य अतिथि बीटीटीए के प्रवक्ता शशीप्रताप सिंह ने कहा कि विश्व स्तर पर मां गंगा के पानी से आचमन कर लोग अपने आप को स्वच्छ बनाते हैं और हम सभी काशी वासियों को मां गंगा को हमेशा निर्मल और स्वच्छ रखने के लिए संस्था को सहयोग करना हमारा धर्म है और कर्तव्य है विश्व की सबसे बड़ी नदी जो मां गंगा के नाम से पूरे विश्व में प्रचलित है यहां विश्व के कोने-कोने से पर्यटक आकर मां गंगा के पानी से आचमन कर अपने को शुद्ध करते हैं और काशी नगरी में पर्यटकों को बढ़ाने का काम करते हैं आज इस शुभ घड़ी पर हम ड्रीम इंडिया फाउंडेशन जैसे संस्था को कुशल कार्य के लिए धन्यवाद देते हैं और हर संभव सहयोग करने का वादा करते हैं।
मछलियों के भोजन का भी होगा इंतेजाम:-
फाउंडर ड्रीम इंडिया फाउंडेशन के नित्यानंदम नारायण स्वामी ने कहा कि, एक्ट फॉर गंगा, नाम से आज इस अभियान की शुभारंभ करते हुए मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है जो एक सार्वजनिक संचालित पहल है गैर बायोडिग्रेडेबल कार्यों को पाम लीक कप के साथ बदलने के लिए प्रतिबंध है जोकि नदी को स्वच्छ रखने में मदद ही नहीं करता बल्कि मछलियों का भोजन भी बन जाता है हमारे संस्था का लक्ष्य विश्व पर्यावरण दिवस 2022 पर एक करोड़ दीप दान करना है विगत 25 वर्षों से हरित पर्यावरण, वैश्विक शांति, जागरूकता के लिए कार्य करती आ रही है जब मैं पहली बार संयुक्त राष्ट्र स्वयंसेवक के रूप में संयुक्त राष्ट्र युवा सम्मेलन में भाग लिया तब से ही मैंने यह संकल्प लिया और एक्ट फॉर गंगा,, के नाम से एक परियोजना बनाई कि गंगा को साफ करने के उपलक्ष में जो भी कार्य हो सकेंगा वह कार्य हमारी संस्था ड्रीम इंडिया फाउंडेशन करेगी। इस पहल में बनारस टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (वाराणसी) का विशेष योगदान एवं सहयोग हमारे साथ जुड़ा हुआ है। संचालन कुमार स्वामी ने किया।