वाराणसी। मरीजों की बढ़ती दिक्कत को देखते हुए डीएम कौशलराज शर्मा ने बनारस ब्लड बैंक धांधली मामलें को संज्ञान में लेते हुए 24 घंटे में जांच रिपोर्ट सौंपने और ब्लड बैंक को खोलने का निर्देश दिया था। चंदौली जिले के बबुरी में खून में तस्करी के खुलासे के बाद औषधि विभाग ने वाराणसी IMA पर छापा मारा था। जिसमें बिना रिकॉर्ड अपडेट किये खून बेचने का मामला प्रकाश में आया। टीम ने रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी। वहीं, जांच चलने तक आईएमए (वाराणसी शाखा) ने शुक्रवार को ब्लड बैंक बंद कर दिया था।
महामारीं समेत ड़ेंगू जैसे बीमारियों के उपचार हेतू रक्त और प्लेटलेट्स के लिए परेशान हो रहे मरीजों और परिजनों को बड़ी राहत मिली। औषधि निरीक्षक का कहना है कि जांच अभी जारी रहेगी। शनिवार दोपहर करीब सवा बारह बजे बैंक शुरू हो गया। आईएमए अध्यक्ष डॉ. मनीषा सिंह, सचिव डॉ. आरएन सिंह ने कहा कि डीएम के निर्देश पर औषधि विभाग की ओर से ब्लड बैंक को संचालित करने का पत्र भेजा गया है, जिसके बाद संचालन शुरू कर दिया गया।
IMA अधिकारियों के मुताबिक, जांच में पूरा सहयोग किया जा रहा है। तस्करी में जिस कर्मचारी का नाम सामने आ रहा है, उसे बर्खास्त किया जा चुका है। दो अन्य कर्मचारियों को पूछताछ के लिए अभी सेवा देने से मना किया गया है। कर्मचारियों की गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है। ब्लड बैंक प्रभारी से भी बातचीत कर फीडबैक लिया जाएगा।