वाराणसी। वाराणसी के पिंडरा तहसील क्षेत्र के करखियाव ग्राम सभा में जिला विधि सेवा प्राधिकरण वाराणसी के तत्वाधान में आयोजित विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सिविल जज कुमुद लता त्रिपाठी थी। कार्यक्रम की शुरुआत स्वतंत्रता सेनानियों के स्मृति द्वार पर पुष्प अर्पण करके तथा स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय नवरंगी देवी के प्रतिमा पर माला चढ़ाकर व दीप जलाकर शुरू किया गया।
इस दौरान सिविल जज ने आए हुए लोगों को विधि के प्रति साक्षरता का पाठ पढ़ाया। कहां की महिलाओं को शिक्षा, व्यवसाय में समान अधिकार दिया गया। आज के समय में निशुल्क विधिक सहायता महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गों, दिव्यांगों, अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति व उन कैदियों को जिनका परिवार न हो उनके लिए फ्री में दिया जाता है।
प्रश्नोत्तर का भी चला सिलसिला:-
कानूनी अधिकार पर प्रकाश डालते हुए लोगों से प्रश्न पूछने को भी कहा जिसके बाद लोगों ने सिविल जज से कई प्रश्न किया जिसमें गांव के निवासी अश्वनी सिंह ने भ्रूण हत्या रोकथाम पर प्रश्न किया, जिसका उत्तर देते हुए सिविल जज ने बताया कि भ्रूण हत्या तथा लिंग परीक्षण आज के समय में सबसे बड़ा अपराध है जिससे लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए, वही गांव के संतोष मौर्य तथा शशि कला ने महिलाओं के रोजगार के विषय में पूछा, जिसका उत्तर जिला जज ने यह दिया की रोजगार के क्षेत्र में महिलाओं को समान अधिकार दिया गया है जिससे उनका उत्थान हो सके।
जल्द ही होगा फैमिली कोर्ट का संचालन :-
गांव के पूर्व प्रधान विक्रमादित्य सिंह ने तहसील परिसर में फैमिली कोर्ट को जल्द से जल्द चालू कराने का आग्रह किया जिसके विषय में सिविल जज ने बताया की जिला जज द्वारा यह कार्य जल्द ही पूर्ण करा दिया जाएगा।
कार्यक्रम के अंत में सिविल जज ने दहेज लेना तथा दहेज देना कानून अपराध बताया। तथा यह भी बताया की जो लोग बुजुर्गों की सेवा नहीं करते वो भी अपराध की श्रेणी में आते हैं। सीनियर सिटीजन का सेवा करना सब का कर्तव्य बनता है। कार्यक्रम का संचालन आनंद मिश्रा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन विक्रमादित्य सिंह ने किया।