ताजा खबर
आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||    वानखेड़े स्टेडियम में प्रदर्शन के बाद धोनी ने युवा प्रशंसक को मैच बॉल गिफ्ट की   ||    फैक्ट चेक: मंदिर से पानी पीने के लिए नहीं, फोन चोरी के शक में की गई थी इस दलित बच्ची की पिटाई   ||    Navratri 2024: नवरात्रि के 7वें दिन करें सात उपाय, नौकरी और कारोबार में मिलेगी सफलता   ||    यूपीएससी रियलिटी चेक: उत्पादकता, घंटे नहीं, सबसे ज्यादा मायने रखती है; आईएएस अधिकारी का कहना है   ||    Breaking News: Salman Khan के घर के बाहर हुई फायरिंग, बाइक सवार 2 हमलावरों ने चलाई गोली, जांच में जु...   ||    चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने लिया ब्रेक, अचानक मिठाई की दुकान पर पहुंचे, गुलाब जामुन का उठाया लुत्...   ||    13 अप्रैल: देश-दुनिया के इतिहास में आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ   ||   

बिजली कर्मियों का विरोध प्रदर्शन रहा आज भी जारी

Photo Source :

Posted On:Thursday, December 1, 2022

वाराणसी । प्रदेश भर में हजारों बिजली कर्मचारियों, इंजीनियरों और अभियन्ताओं ने काम बन्द कर दिन भर विरोध प्रदर्शन किये। बिजली कर्मचारियों की मांग है की निजीकरण को बंद कर पुरानी पेंशन की बहाली हो। प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के रवैये की तीव्र भर्त्सना की।
कहा की आम जनता को तकलीफ न हो इसके लिए कार्य बहिष्कार के चालू चरण में बिजलीकर्मियों को कार्य बहिष्कार आन्दोलन से फिलहाल अलग रखा गया है।

ऊर्जा मंत्री करें हस्तक्षेप
29 नवम्बर से संघर्ष समिति उप्र के आह्वान पर शुरु ऊर्जा निगमों के कर्मचारियों का अनिश्चिकालीन कार्य बहिष्कार बुधवार दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन पर हटवादी रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए वक्ताओं ने कहा की चेयरमैन बिजलीकर्मियों की समस्याओं के बारे में सही तथ्य सरकार को न बताते हुए गुमराह कर रहे हैं, जिससे ऊर्जा निगमों में कार्य का वातावरण पूरी तरह समाप्त हो गया है और टकराव बढ़ रहा है। यदि प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविन्द कुमार शर्मा प्रभावी हस्तक्षेप से ही अब ऊर्जा निगमो में कार्य का वातावरण बन सकेगा और बिजलीकर्मियों की न्यायोचित समस्याओं का समाधान हो सकेगा।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने चेताया की यदि शान्तिपूर्ण कार्य बहिष्कार आन्दोलन के कारण किसी भी बिजलीकर्मी का कोई उत्पीड़न किया गया तो इसके गम्भीर परिणाम होंगे।

यह है आंदोलन करने वाले कर्मचारियों की मांग

1. बिजलीकर्मियों की मुख्य मांग है कि ऊर्जा निगमों में चेयरमैन व प्रबन्ध निदेशक के पदों पर समुचित चयन के बाद ही नियुक्ति की जाये।
2. बिजलीकर्मियों को पूर्व की तरह 9 वर्ष, 14 वर्ष एवं 19 वर्ष की सेवा के उपरान्त पदोन्नति पद का समयबद्ध वेतनमान दिया जाये।
3. बिजलीकर्मियों को कैशलेस इजाल की सुविधा दी जाये।
4. ट्रांसफॉर्मर, वर्कशॉप का निजीकरण एवं पारेषण विद्युत उपकेन्द्रों के परिचालन एवं अनुरक्षण के आउटसोर्सिंग के आदेश निरस्त किये जाये।
5. समस्त कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाये, बिजली कर्मियों की सुरक्षा हेतु प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाये।
6. बिजली निगमों का एकीकरण कर यूपीएसईबी लिमिटेड का गठन किया जाये।
7. भत्तों का पुनरीक्षण किया जाये एवं उत्पादन, प्रोत्साहन भत्ता प्रदान किया जाये।
8. बिजलीकर्मियों को मिल रही रियायती बिजली की सुविधा यथावत रखी जाये, बिजलीकर्मियों / संविदाकर्मियों को बोनस का भुगतान किया जाये।
9. संविदाकर्मियों को नियमित किया जाये, बिजली कर्मियों की वेतन विसंगतियां दूर की जायें।

सभा की अध्यक्षता जिउतलाल ने एवं संचालन राजेन्द्र सिंह ने किया।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.