वाराणसी। रेलवे सुरक्षा बल के 36वॉं स्थापना दिवस के क्रम में आज दिनांक 22 सितम्बर को बनारस रेल इंजन कारखाना के प्राविधिक प्रशिक्षण केन्द्रय के ऑडिटोरियम में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के द्रव्यगुण विभाग, आयुर्वेद संकाय के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर श्री के.एन. द्विवेदी ने आयुर्वेद की उपयोगिता एवं इसके लाभ के विषय में रेलवे सुरक्षा बल के बलकर्मियों को जानकारी दी महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, रेसुब श्री आर.एस. चौहान ने अपने स्वागत भाषण में आयुर्वेद की महत्ता के बारे में बल सदस्यों को बताया ।
आयुर्वेद के इस्तेमाल से गंभीर बीमारियों का किया जाता हैं इलाज :-
प्रोफेसर श्री दि्ववेदी ने बताया कि आदि काल से ही हमारे देश में आयुर्वेद के इस्तेमाल से गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाता रहा है, लेकिन सही जानकारी उपलब्धा नहीं होने के कारण आयुर्वेद थोड़ा पिछड सा गया है परन्तु वर्तमान समय में लोग आयुर्वेद की तरफ आकर्षित हो रहे हैं ।
आयुर्वेद की उपयोगिता आम जनमानस के लिए वरदान:-
आगे जानकारी देते हुए कहा कि आयुर्वेद चिकित्सीय प्रणाली से गंभीर से गंभीर रोग का इलाज संभव है, वर्तमान समय में कोरोना काल में आयुर्वेद की उपयोगिता आम जनमानस के लिए वरदान सिद्ध हुआ है । आयुर्वेद दवाओं जैसे काढा, गिलोय तथा अन्य आयुर्वेदिक दवाओं के इस्तेमाल के कारण कोरोना पीडित मरीजों को राहत मिली है तथा उनकी जान बचायी जा सकी है ।
इसके अलावा अन्य छोटी-छोटी बीमारियों के लिए हम जो अस्पताल जाकर एलोपेथिक दवा लेते है उसके स्थान पर घरेलू इस्तेमाल की चीजों जैसे सरसो तेल, अजवाईन, हींग, फिटकीरी, कपूर इत्याथदि के इस्तेमाल से कई रोगों का निदान किया जा सकता है ।
भ्रस्तिका और अनुलोम विलोम से शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का होता है विकास :-
बल सदस्यों को संबोधित करते हुए सलाह दिया कि प्रत्येक व्याक्ति को 24 घंटे में अपने लिए मात्र 15 से 20 मिनट प्रतिदिन निकालकर 15 मिनट ध्यान तथा 5-5 मिनट कम से कम भ्रस्तिका और अनुलोम विलोम अवश्य करना चाहिए । इससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है तथा स्ट्रेस से मुक्ति मिलती है ।
इस दौरान सहायक सुरक्षा आयुक्तं, रेसुब श्री दीपक सिंह चौहान भी उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन प्रभारी निरीक्षक, प्रशासन पोस्ट, रेसुब श्री के.के. सिंह तथा धन्यवाद ज्ञापन सुरक्षा आयुक्त, रेसुब अजीत कुमार शाही ने किया ।