वाराणसी । राज्यसभा सदस्य व र.स.स. विचारक राकेश सिन्हा रविवार को सिगरा स्थित वंदे मातरम गायन कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता शामिल होने पहुंचे । रथ यात्रा स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि हाल ही में लड़कियों की शादी की उम्र 18 से 21 साल किए जाने पर समुदाय विशेष के लोग विरोध कर रहे हैं ।
उन्होंने आगे कहा कि समुदाय विशेष के लोग जनसंख्या नियंत्रण कानून के विरोधी बन बैठे हैं । देश में जनसंख्या असंतुलन बड़ी समस्या है और इसी कारण देश का विभाजन हो चुका है। अब ऐसा विभाजन ना हो इसके लिए जनसंख्या नियंत्रण का कानून बनना ही चाहिए।
उन्होंने आगे बात करते हुए कहा कि यदि जनसंख्या नियंत्रण नहीं हुई तो संसाधनों का अनुपात बिगड़ता चला जाएगा । राकेश सिन्हा ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के कानून को लेकर लगातार भ्रम फैलाया जा रहा है यह किसी खास वर्ग के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक कारणों से जातिगत जनगणना की मांग हो रही है, जो लोग इसकी मांग कर रहे हैं उनके पास इसका तार्किक कारण नहीं है। आधुनिक युग में विकास की प्रक्रिया ऐसी होनी चाहिए जिसमें लोग संघीय ढांचे में ना बटे, हर व्यक्ति तक विकास पहुंचे इसके लिए जातिगत जनगणना जरूरी नहीं है।