वाराणसी। अमृत महोत्सव की कड़ी में 24 नवम्बर को राष्ट्रवादी चिंतक मंच के लहुराबीर स्थित प्रधान कार्यलय में मंच के संस्थापक एवं कार्यक्रम संयोजक राम कुमार गुप्ता की मुख्य उपस्थिति में महान विभूति प्रथम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रद्धेय उय्यलवड नरसिम्हा रेड्डी की जयंती और शहीदी दिवस पर नमन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। श्री राम कुमार ने बताया कि श्रद्धेय उय्यलवड नरसिम्हा रेड्डी का जन्म मद्रास के प्रेसीडेंसी कुर्नूल में 1806 को हुआ था जो अब आंध्र प्रदेश में है। वे रियासत के सर्वे सर्वा थे।
महल व किले का निर्माण कराया वो आज भी है। अंग्रेज इनके विद्रोह को लेकर काफी चिन्तित थे। उस समय ब्रिटिश हुकूमत ने उनके कटे सिर पर 5000/ और पकड़वाने वाले को 10000/ का इनाम घोषित किया था। 1820 में अंग्रेजी ने रैयतवाड़ी व्यवस्था लागू कर दी थी। इसके तहत कर नही देने वाले किसानों कि भूमि हड़प लेते थे। किसानों की व्यथा नहीं देखी जा रही थी। उन्होने अंग्रेजी के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया। वे अंग्रेजों का खजाना लूट कर गरीब किसानो को बाट देते थे। 6 अक्टूबर 1946 को गिरफ्तार कर उन्हें 22 फरवरी 1947 को फांसी पर चढ़ा दिया गया।
राष्ट्रवादी चिंतक मंच के राष्ट्रीय महासचिव शैलेन्द्र श्रीवास्तव एडवोकेट दीवानी, अरविंद सिंह, राजेश राय, कन्हैया लाल संगतानी संघ चालक सीए सज्जन कुमार ने नमन व श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनके गुणों को आत्मसात करने की नसीहत दी।