वाराणसी खादी और ग्रामोद्योग आयोग वाराणसी द्वारा 17 अक्टूबर को रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर सिगरा में खादी कारीगर सम्मेलन का आयोजन किया गया साथ ही साथ 17 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलने वाली राज्यस्तरीय खादी प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया। कार्यक्रम में 1हजार खादी कारीगरों, सम्मानित अतिथियों, कार्यकर्ताओं सहित लगभग 12 सौ लोगों ने भाग लिया। प्रदर्शनी का उद्घाटन केंद्रीय राज्यमंत्री सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार भानु प्रताप सिंह वर्मा ने फीता काटकर किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में अध्यक्ष खादी और ग्रामोद्योग आयोग विनय कुमार सक्सेना, सांसद प्रतिनिधि वाराणसी संसदीय क्षेत्र सुनील ओझा, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जयसवाल, विधायक रोहनिया वाराणसी सुरेंद्र नारायण सिंह, विधायक वाराणसी कैंट सौरभ श्रीवास्तव ,क्षेत्रीय अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी महेशचंद्र श्रीवास्तव, अध्यक्ष भाजपा वाराणसी जनपद हंसराज विश्वकर्मा तथा महानगर अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी (काशी महानगर) श्री विद्यासागर राय उपस्थित रहे।सभी सम्मानित अतिथियों द्वारा प्रदर्शनी का अवलोकन किया गया तथा खादी कारीगर सम्मेलन का शुभारंभ परंपरागत दीप प्रज्वलन तथा गांधीजी के चित्र पर माल्यार्पण के द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि भानु प्रताप सिंह वर्मा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा भारत वर्ष आज आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है आजादी को प्राप्त करने में खादी का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा है हमारे गांव जिनकी हालत दयनीय,न रोजगार था, न लोगों के पास पैसा था, सिर्फ गरीबी बेरोजगारी ,अशिक्षा, अभाव व भुखमरी की समस्या थी। स्वदेशी अपनाओ के साथ ही हर गांव व हर घर में चरखे व करघे चलने लगे।खादी वस्त्रों के निर्माण आरंभ होने लगे जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं ।खादी का उत्पादन करोड़ों रुपयों में है तथा खादी चाहे वह अभिजात्य वर्ग के लोग, मध्यम वर्ग के हो महिलाएं हो या विद्यार्थी वर्ग के हो सब में खादी के प्रति आकर्षण बढ़ा है खादी की महत्ता को आज हर वर्ग के लोग स्वीकार कर रहे हैं। खादी की शुद्धता गुणवत्ता त्वचा के अनुकूल होना, पर्यावरण के अनुकूल तथा मौसम के अनुकूल होने के कारण लोकप्रियता की ओर दिनों दिन अग्रसर होती जा रही है। इन वस्तुओं के निर्माण में जो कारीगर लगे है उनकी कारीगरी लगन व परिश्रम को सम्मान देने के लिए ही यह सम्मेलन आयोजित किया गया है।राज्य स्तरीय प्रदर्शनी के आयोजन से आमजन तक खादी, ऊनी तथा रेशमी वस्त्रों के विभिन्न उत्पादों को उपलब्ध कराने का एक प्रयास किया गया है। खादी के साथ ही ग्रामोद्योग की उत्पादों के भी स्टॉल लगाए गए हैं।जिनमें शुद्धता व प्राकृतिक गुणों से युक्त उत्पादों को रखा गया है जिससे कि लोगों को शुद्ध उत्पाद सुगमता से उपलब्ध हो सके।
प्रदर्शनी में जिगर जॉली मशीन, विद्युत चालित चाक, सिल्क चरखा, आकर्षण का मुख्य केंद्र रहे । प्रदर्शनी में कश्मीर, पटियाला, जयपुर, प्रयागराज, देवरिया आदि राज्यों से आये कारीगरों ने अपने उद्योग को प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया।
मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि ने मंडल कार्यालय वाराणसी द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की तथा कार्यक्रमों का उत्साहवर्धन किया। तथा उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी खादी और ग्रामोद्योग आयोग भोपाल ओम प्रकाश ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया।