वाराणसी,20 मई। कोरोना संक्रमित पिता की अंत्येष्टि के लिए आए पुत्र से वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट पर 15 हजार रुपये की वसूली की गई। पुत्र की तहरीर पर भेलूपुर पुलिस ने बुधवार को आरोपी एक युवक को हरिश्चंद्र घाट से गिरफ्तार किया। जबकि हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार का रेट बोर्ड 7000 लगा है, लेकिन युवक ने दबंगई दिखाते हुए 15 हजार रुपये वसूले थे।
मिर्जापुर जिले के जमुआ, कछवां निवासी राहुल दुबे ने थाने में तहरीर दी कि 18 मई को कोरोना संक्रमित पिता सुरेश दुबे की मौत हो गई। पिता के शव की अंत्येष्टि के लिए वह नगर निगम के वाहन से हरिश्चंद्र घाट पहुंचे। घाट पर उन्हें सिकंदर नामक युवक मिला और उसने अंत्येष्टि का जिम्मा लिया।
अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू करने के बाद सिकंदर 15 हजार रुपये की मांग करने लगा। जब उसे कहा गया कि यहां जो बोर्ड लगा है उस पर कोविड मरीज की अंत्येष्टि के लिए खर्च 7,000 रुपये लिखा है। इस पर सिकंदर ने धमकी दी कि पैसा नहीं मिला तो ठीक नहीं होगा।
दबंगई के बल पर 15 हजार ले लिया गया। दर्ज मुकदमे की तफ्तीश में जुटे अस्सी चौकी इंचार्ज दीपक कुमार ने पीतांबरपुरा हरिश्चंद्र घाट निवासी आरोपी सिकंदर को गिरफ्तार किया।
पुलिस ने बैठक कर तय किए थे रेट
हरिश्चंद्र घाट पर शवों की अंत्येष्टि के लिए मनमाना पैसा मांगे जाने की शिकायतों के आधार पर डीसीपी काशी जोन के निर्देश पर इंस्पेक्टर भेलूपुर और चौधरी परिवार के सदस्यों के बीच 17 अप्रैल 2020 को बैठक हुई थी। तय हुआ था कि जो सामान्य शव आएंगे, उनकी अंत्येष्टि के लिए सात मन लकड़ी और अन्य खर्च सहित 5,000 रुपये लिए जाएंगे।
वहीं, जो शव कोरोना संक्रमित होंगे उनकी अंत्येष्टि के लिए लकड़ी और अन्य खर्च सहित 7,000 रुपये लिए जाएंगे। इसके बावजूद हरिश्चंद्र घाट पर मनमानी जारी है और लोग रोजाना परेशान होते हैं।