वाराणसी। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. पद्माकर मिश्र ने भ्रष्टाचार के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से आहत होकर गुरुवार को इस्तीफा दे दिया। परीक्षा नियंत्रक का पद छोड़ने के बाद डॉ. पद्माकर मिश्र ने आरोपों की झड़ी लगा दी। उन्होंने कहा कि परीक्षा विभाग में अनियमितताएं हैं। इसकी रिपोर्ट दी गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
उन्होंने आगे आरोप लगाया कि कॉपियों के मूल्यांकन में गड़बड़ियों की शिकायतें भी सही पाई गई थीं। भ्रष्टाचार उजागर करने के बाद ही तीन मार्च को कुलपति को पत्र लिखा था। इसमें परीक्षा नियंत्रक पद से मुक्त किए जाने का अनुरोध किया गया था। 15 मार्च को पद से मुक्त कर दिया गया, लेकिन भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
वहीं दूसरी तरफ, कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। साथ ही प्रो. राजनाथ को नया परीक्षा नियंत्रक बनाया है।
इस संबंध में कुलपति प्रो. हरेराम त्रिपाठी ने कहा कि डॉ. पद्माकर मिश्र को कार्यवाहक परीक्षाधिकारी बनाया गया था। सारे आरोप बेबुनियाद हैं।