वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावस्ती जनपद से सोमवार को प्रदेश स्तरीय स्कूल चलो अभियान की शुरुआत की। इसी क्रम में वाराणसी के शिवपुर कम्पोजिट विद्यालय से इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस दौरान कैबिनेट मिनिस्टर अनिल राजभर, राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार रविंद्र जायसवाल और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु' मौजूद रहे।
सवा लाख एडमिशन का मिला है लक्ष्य
इस दौरान वाराणसी के 8 ब्लाकों के परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छात्रों द्वारा बनाये गए मॉडल की एक प्रदर्शनी भी लगायी गयी, जिसमे कई सारे समसायिक विषयों पर चित्र और मॉडल एक प्रदर्शन किया गया था। इस सम्बन्ध में बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने श्रावस्ती से स्कूल चलो अभियान का शुभारम्भ किया है। उसी के क्रम में आज से यह कार्यक्रम वाराणसी में भी शुरू किया गया है। हमारा लक्ष्य है कि शत-प्रतिशत एडमिशन के साथ ही साथ शासन के द्वारा दिए गए सवा लाख एडमिशन का लक्ष्य भी हमें पूरा करना है।
जल्द ही प्रदेश शिक्षा के मामले में प्रथम पर खड़ा होगा
उन्होंने बताया कि हम गाँव-गाँव अभियान चलाकर बच्चों के एडमिशन करवाएंगे ताकि कोई भी बच्चा शिक्षा से वचित न रह जाए। इस दौरान मौजूद कैबिनेट मिनिस्टर अनिल राजभर ने बताया कि आज से हमारी सरकार स्कूल चलो अभियान चला रही है। हमारे परिषदीय विद्यालयों ने पिछले कार्यकाल में कितने ही कीर्तिमान कायम किये हैं। उनके चलाये गए अभियान को अन्य प्रदेशों में आत्मसात किया है। इस अभियान का ही कारण है कि हमारी परिषदीय विद्यालय खचा-खच भरे हुए हैं। सरकार पूरी तरीके से तैयार है अपने सपने को पूरा करने में जिसमे प्रदेश शिक्षा व्यवस्था में प्रथम स्थान पर खड़ा होगा। वहीं उन्होंने आगे कहा कि पिछली बार भी हमने छात्रों की सुविधाओं और पढ़ाई की गुणवत्ता के लिए पिसौर में एक विद्यालय को गोद लिया था इस बार भी हम जल्द ही जांच के बाद जिस स्कूल में मूलभूत सुविधाओं की कमी हैं उसे गोद लेकर वहां सुविधा बधाई जायेगी।
*कायाकल्प योजना ने की स्कूलों की काया पलट*
राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री योगी जी ने जो परिषदीय विद्यालय में 1 करोड़ लोगों को और काशी में सवा लाख स्टूडेंट्स की पढ़ाई का लक्ष्य रखा गया है। उसे पूरा किया जाएगा। कायाकल्प योजना की वजह से सभी विद्यालयों की काया पलट हो चुकी है। सभी खर्च के पैसे छात्र-छात्रों के अकाउंट में जा रहा है। उन्होंने अपील की कि सभी लोग अपने बच्चों को स्कूल में एडमिशन कराएं। वहीं उन्होंने कहा कि मैं एक अध्यापक हूँ और कई वर्षों से बच्चों को पढ़ा रहा हूं साथ ही एक कालेज का प्रिंसिपल भी हूँ तो यह मेरी भी ज़िम्मेदारी है कि बच्चों के भविष्य को साकार कर सकूं।
वहीं प्रदर्शनी लगाने में सेवापुरी ब्लाक की प्राथमिक विद्यालय मटुका की सहायक अध्यापिका खुशबू माहेश्वरी ने बताया कि आज सरकारी और परिषदीय स्कूल भी कान्वेंट की टक्कर में चल रहे हैं। सरकार टीचर मिलाकर ये प्रयास कर रहे हैं कि हर गांव के शत-प्रतिशत लोग अपने बच्चों को स्कूल भेजें।