ताजा खबर
कनाडा सरकार ने इंफोसिस पर लगाया 82 लाख रुपये का जुर्माना   ||    Google Accidentally Deletes $125 Billion Pension Fund Account From Cloud   ||    प्रतिदिन 133 महिलाएँ अपने साथियों द्वारा मारी जा रही हैं; जानिए क्या है स्त्री हत्या और किन देशों ने...   ||    किर्गिस्तान भीड़ के हमलों के बीच भारत और पाकिस्तान ने छात्रों को अंदर रहने की चेतावनी दी   ||    वैज्ञानिकों ने खोजी ‘हत्यारी’ मकड़ी की नई प्रजाति, पैरों से दबोचती हैं शिकार, नाम भी अजीब   ||    छोटी उंगली को 360 डिग्री तक घुमा लेता है युवक, जिम से वायरल वीडियो को देख चुके हैं लाखों लोग   ||    प्रॉपर्टी या शेयर, किसमें लगाएं पैसा? घर की बढ़ रही कीमतें तो रियल एस्टेट कंपनियों के शेयरों की ऊंची...   ||    Kanya Utthan Yojana: बेटियों को 50 हजार रुपये दे रही सरकार, आज आवेदन करने की आखिरी तारीख   ||    Petrol Diesel Price Today: शनिवार को जारी हुई पेट्रोल-डीजल की कीमत? जानें ईंधन के नए रेट   ||    RCB Vs CSK: 18 मई को निर्णायक मुकाबला, अगर बारिश ने बिगाड़ा खेल… तो कौन करेगा क्वालीफाई   ||   

50 सालों बाद बन रहा ऐसा संयोग, जानिए क्या है राखी बांधने का शुभमुहूर्त और क्रिया विधि।

Photo Source :

Posted On:Saturday, August 21, 2021

वाराणसी। रक्षा बंधन का पर्व इस साल 22 अगस्त 2021- रविवार को मनाया जाएगा।भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन का त्योहार सनातन धर्म का प्रमुख त्यौहार है जिसे श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। बता दें कि इस बार रक्षा बंधन श्रावण पूर्णिमा पर धनिष्ठ नक्षत्र में मनाया जाएगा। इस वर्ष पूर्णिमा तिथि प्रातःकाल से लेकर शाम 05 बजे तक है तथा राहूकाल शाम 04:30 से प्रारम्भ होगा अतः राखी बाँधने का कार्य शाम 04:30 से पहले ही कर लें अथवा नीचे बताये गए मुहूर्त के अनुसार करें।

जान लें 50 साल बाद बने शुभ मुहूर्त को:-
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, रक्षा बंधन पर इस साल एक महासंयोग भी बनने जा रहा है, जो इस ख़ास पर्व के महत्व को कई गुना बढ़ाने वाला है। राखी पर इस बार भद्रा का साया नहीं रहेगा जिसके कारण बहनें पूरे दिन प्रातःकाल से लेकर शायमकाल तक अपने भाइयों को राखी बांध सकेंगी। ज्योतिषाचार्य शिवम त्रिपाठी जी के अनुसार ज्योतिषीय दृष्टिकोण से राखी बांधने का शुभ समय प्रातः काल 06:30 से लेकर 07:31 तक स्थिर सिंह लग्न मे राखी बांधने का कार्य किया जा सकता है।
इसके अतिरिक्त प्रातः काल 07:17 से 08:55 तक चल की चैघड़िया व 08:55 से 10:32 तक लाभ की चौघड़िया एवं 10:32 से 12:00 बजे तक अमृत की चैघड़िया रहेंगी अतः इन समयों के अंतर्गत भी राखी बाँधना शुभप्रद रहेगा। अतः यथासंभव प्रयास करके इन उपरोक्त समयों पर ही बहने अपने भाईयों के कलाई पर राखी बाँधकर उनके दीर्घायु व उन्नति की कामना करें।


जरूर अपनाएं इस पूजा विधि को:-
राखी बांधने से पहले बहन और भाई दोनों उपवास रखें। भाई को राखी बांधने से पहले बहन थाली सजाएं। थाली में राखी, रोली, दिया, कुमकुम, अक्षत और मिठाई रखें। राखी बांधते वक्त सबसे पहले भाई को माथे पर तिलक लगाएं। उसके बाद भाई पर अक्षत छीटें। बहनें अपने भाई के दाहिने हाथ पर राखी बांधें। राखी बांधने के बाद बहन भाई की आरती उतारें। फिर भाई को मिठाई खिलाएं। राखी बांधने के उपरांत भाई बहन के पैर छूकर बहन से आशीर्वाद लें एवम सामर्थ्यनुसार उसको उपहार स्वरूप भेंट आदि प्रदान करें।

राखी बांधते वक्त बहनें निम्नलिखित मंत्र का जाप करें।
"ॐ येन बद्धो बली राजा दानवेन्द्रो महाबलः। तेन त्वामपि बध्नामि रक्षे मा चल मा चल।।"

रिपोर्ट: सुशील पांडेय।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.