वाराणसी। सनबीम स्कूल लहरतारा में कक्षा 3 की छात्रा के साथ शौचालय (वॉशरूम) में हुई दरिंदगी की घटना के चार दिन बाद सोमवार को जब स्कूल खुला तो अभिभावकों का गुस्सा चौथे आसमान पर चढ़ गया। सोमवार को स्कूल खुला तो छात्रों के बजाय अभिभावक स्कूल पहुंचे। 200 से अधिक अभिभावक गुस्से में स्कूल प्रबंधन के लोगों और प्रिंसिपल के इस्तीफे की मांग किए, काफी देर तक स्कूल के गेट नहीं खोले गए, तो बड़ी संख्या में पैरेंट्स स्कूल के बाहर प्रबंधन के विरोध में जोर-जोर से नारे लगाने लगे। मौके पर पहुंचे सनबीम ग्रुप के चेयरमैन दीपक मधोक से लोग संतुष्ट नहीं हुए।
मोटिवेशनल स्पीच से नहीं मिली संतुष्टि।
मामला तूल पकड़ने लगा तो स्कूल पहुंचे सनबीम ग्रुप के प्रमुख दीपक मधोक ने पैरेंट्स को समझाया। मगर, लोग उनके मोटिवेशनल स्पीच को सुनने और समझने को तैयार नहीं थे। इस दौरान ने कई तीखे सवा दीपक मधोक से किए। जिसका उन्होंने एक-एक कर जवाब दिया। बताया कि बच्ची के साथ गलत काम हुआ, मगर इसका पता घर जाने के बाद चला। हमने इस तरह की सिचुएशन से निपटने के लिए एक टीम बना दी है। हालांकि उन्होंने माता-पिता की मांगों को पूरा करने का कोई आश्वासन नहीं दिया। इससे लोगों में गुस्सा बढ़ गया है।
• स्कूल के प्रिंसिपल से तत्काल इस्तीफा लिया जाए।
• घटना के दिन स्कूल की दूसरी शाखा में गोल्डेन जुबली मनाए जाने जैसी कृत्य पर माफी मांगी जाए।
• सभी स्टाफ के कार्ड और आईडी फिर से चेक किए जाएं
• स्कूल में CCTV सर्विलांस बनाई जाए। वहीं एक अलग स्टाफ नियुक्त करके अंदर चल रही गतिविधियों की इससे पूरे स्कूल टाइमिंग में मॉनिटरिंग हो ।
• गर्ल्स वाशरूम में केवल महिला स्वीपर ही काम करे। कोई भी स्वीपर या चपरासी गर्ल्स वाशरूम के आसपास न जाए।
• वाशरूम में जब साफ-सफाई चल रही हो तो बाहर नोटिस बोर्ड लगाया जाए कि वाशरूम में साफ-सफाई चल रही है कोई स्टूडेंट अंदर न आए।