वाराणसी। आज जहां पूरे विश्वरभर में चारो ओर क्रिसमस की चकाचौंद है, वहीँ दूसरी ओर वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में मालवीय जयंती मनाई जा रही है। इसी उपलक्ष में " बनारस वोकल्स " की टीम पहुंची मालवीय भवन की बगिया में जहां फूलों से सुसज्जित क्यारिआं मन को लुभा रही थी। आज 160 वी मालवीय जयंती के मौके पर मालवीय स्मृति पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन करने पहुंचे बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के कुलपति सुधीर जैन ने मालवीय जी की मूर्ती पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसी के साथ वहाँ आए सभी उपस्थित जनों ने मालवीय जी के योगदान और उनके दूरदर्शिता को याद करते हुए दियों से पूरे भवन को सजाया ।
पुष्प प्रदर्शनी में खिल उठा मालवीय जी का बगिया।
हर साल की तरह इस साल भी मालवीय भवन की पुष्प प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार के फूलों को इस प्रकार सजाया गया की "सर्वविद्या की राजधानी " के इस प्रदर्शन को देखने के लिए सैकड़ो की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। जहां एक ओर डहेलिया और गुलाब के विभिन्न प्रकार के फूल देखने को मिलें, वहीं दूसरी ओर फलों और सब्जिओं की प्रदर्शनी लगाई गई।
छात्र-छात्रों ने रंगोली से सजाया विश्विद्यालय।
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्र -छात्राओं ने बिरला मंदिर के प्रांगड़ में आयोजित मालवीय जी के 160वे जन्मदिवस को यादगार बनाने के लिए सुन्दर रंगोलिआ भी बनाईं। हमारी टीम के पूछने पर पता चला की यह सजावट छात्रों ने अपनी श्रद्धा और आस्था दिखाते हुए मालवीय जी को समर्पित की है। प्रदर्शनी देखने आए लोगों का कहना था की उन्हें हर साल इस दिन को यादगार बनाने के लिए यहां आयोजित पुष्प प्रदर्शनी में आना बेहद पसंद है। कुछ लोग फूलों की क्यारिओं की फोटो खींचते नजर आए तो कुछ लोग महामना की स्मृति में महक रही इस बगिया का आनंद उठाते हुए। कोरोना वायरस महामारी को ध्यान में रखते हुए पुष्प प्रदर्शनी के आयोजकों ने उचित दूरी और सैनेइटाज़ेशन का ख़ास ध्यान रखा। इस द्वि दिवसीय कार्यक्रम का आज पहला दिन इस प्रकार मनाया गया जैसे पुष्प प्रदर्शनी से महक रहा मालवीय भवन सच-मुच उन्हें स्मरण कर रहा हो।