वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग ने एक जटिल ऑपरेशन कर महज 21 माह के मासूम के गुर्दे से पथरी निकाला है। सफल ऑपरेशन के बाद चिकित्सकों ने उसे अपने देखरेख में रखा जहां तीन दिन में ही बच्चा रिकवर कर लिया है। चिकित्सकों ने बच्चे को डिस्चार्ज कर दिया है।
यूरोलॉजी विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डाक्टर यशस्वी सिंह ने बताया कि पूर्वांचल में पहली बार एक एक्कीस महीने के बच्चे के बायें गुर्दे में पथरी का जिसका आकार 3x2.5 सेमी था, उसका सफलतापूर्वक दूरबीन विधि से ऑपरेशन किया गया। इस प्रक्रिया को ट्यूबलेस मिनी परक्यूटेनिया नेफ्रोलिथोटॉमी कहा जाता है और इस प्रक्रिया को छोटे बच्चों में करना एक अत्यन्त ही जटिल ऑपरेशन है। डॉ. यशस्वी सिंह ने आगे बताया कि मरीज की रिकवरी अच्छी हुई और ऑपरेशन के तीसरे दिन उसे स्वस्थ हालत में घर रवाना किया गया।
डाक्टर यशस्वी सिंह ने बताया कि ऑपरेशन की अगुवाई प्रोफेसर एंड हेड डिपार्टमेण्ड ऑफ यूरोलॉजी समीर त्रिवेदी ने की। डॉ. उज्ज्वल कुमार पाठक, डॉ. यशस्वी सिंह की टीम ने इस जटिल ऑपरेशन में निश्चेतना एवं बालरोग विभाग का परस्पर सहयोग प्राप्त हुआ। सफलता के इसी क्रम को जारी रखते हुए डिपार्टमेंट ने आगे 14 माह के दो बच्चों के गुर्दे की पथरी के ऑपरेशन की योजना बनाई है। पूर्वांचल की जनता को यह सौगात देते हुए डॉ. यशस्वी सिंह ने यह बताया कि अब पूर्वांचल की जनता को इस जटिल गुर्दे की पथरी के ऑपरेशन के लिए किसी बड़े महानगर का रूख नहीं करना पड़ेगा और इसको सफलतापूर्वक बीएचयू में ही सम्पन्न किया जायेगा।