वाराणसी। गुरुवार को वाराणसी के सर्किट हाउस पर राष्ट्रीय पशु रोग नियन्त्रण कार्यक्रम अन्तर्गत प्रदेश में कार्यरत वैक्सीनेटर/ सहायक कर्मियों ने सांकेतिक प्रदर्शन करते हुए कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर को मुख्यमंत्री योगिआदित्यनाथ के नाम का ज्ञापन सौंपा।
वैक्सीनेटर गण ने बताया कि राष्ट्रीय पशु रोग नियन्त्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेटर / सहायक कमियों का चयन ग्राम पंचायत स्तर पर किया गया था। जिसके तहत प्रार्थीगण पशु पालन प्रभाग में वैक्सीनेटर / सहायक के रूप में कार्यरत है जिनका कार्य पशुओं को वैक्सीनेशन तथा एयर टॅगिंग करना तथा पशुओं को इनाफ पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना है। सरकार की तरफ से वैक्सीनेटर को पारिश्रमिक के रूप में प्रति पशु की दर से रू०-350 तथा सहायक को एयर टैंगिग हेतु प्रति पशु रू०- 250 दिया जाता है। आज के समय में इतनी कम रूपये में हमारे परिवार का भरण-पोषण नही हो पा रहा है।
प्रार्थियों ने बताया कि दुख इस बात का है कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के समय में भी वैक्सीनेटर / सहायक अपनी जान जाखिम में डालकर तथा प्रशासन की अनुमति से पशु पालको के घर-घर जाकर टीकाकरण एव एयर टैगिंग तथा पशुओं का इनाफ पोर्टल पर डाटा अपलोड करते रहे है प्रार्थीगण को डाटा अपलोड करने सम्बन्धी लैपटॉप या अन्य उपकरण भी नही उपलब्ध कराया गया है। जिससे समय पर कार्य करने में काफी परेशानी होती है और कार्य करने के दौरान वैक्सीनेटर / सहायक को पशुओं के द्वारा कभी कभी गम्भीर रूप से चोटे भी आ जाती है इस तरह से प्रार्थीगण अनेक परेशानियों के बावजूद भी अपना कार्य करते रहे है लेकिन इस तरह से लम्बे समय तक काम कर सम्भव नहीं हो पायेगा।
प्रार्थियों ने सूबे के मुख्यमंत्री से निम्न मांग की:-
1-समस्त कर्मियों को 18000 से 20000रू0 प्रति माह मानदेय दिया जाय।
2- समस्त कर्मियों को सरकारी कर्मचारीयों के भाँति
बीमा सुरक्षा दिया जाय,
3- समस्त कर्मियों को लैपटॉप या अन्य उपकरण डाटा अपलोड करने हेतु दिया जाय।
4- समस्त कर्मियों को प्रत्येक महीने अनवरत कार्य दिया जाय।
5- समस्त कर्मियों को कार्य के दौरान चोट लगने व गम्भीर बीमारी के होने पर मेडिकल की सुविधा प्रदान किया जाय।