वाराणसी। सोमवार को 2016 के पीएचडी के 78 स्टूडेंट्स जिनका 5 साल पूरा हो चुका है वो 6 माह के मेंटेंनेस अलाउंस की मांग कर रहे हैं रिसर्च स्कालर्स और डीन व रजिस्ट्रार के बीच तीखी बहस हुई। इस मांग के साथ छात्रों ने निदेशक कार्यालय में धरना दिया।
डायरेक्टर ऑफिस में धरना दे रहे छात्रों ने कहा कि सितंबर से ही संस्थान के 78 शोधार्थियों की मेंटेनेंस फेलोशिप या एलाउंस रुकी है। 2016 पीएचडी छात्र जिनका 5 साल पूरा हो चुका है, उनको 6 माह का मेंटेनेंस एलाउंस दिया जाता था। इसे बंद कर दिया गया और तब से केवल आश्वासन ही मिल रहा है। पिछले 9 महीने से कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं पर हमें अभी तक किसी भी प्रकार का कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया गया है।
रिसर्च स्कालर निलेश ने कहा कि हमारा काम रिसर्च करना है और हम वह कर भी रहे हैं पर अधिकारी और निदेशक हमारी मांग पर कोई सही जवाब नहीं दे रहे हैं। हम जब भी यहां उस एप्लिकेशन के बारे में पूछने आते हैं तो कुछ न कुछ नया दस्तावेज मांगा जाता है या कोई नया व्यक्ति हमसे बात करता है और आश्वासन देकर चला जाता है। अभी तक हमें कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया गया जबकि हमसे पहले के बैच को लिखित आश्वासन दिया गया है। रिसर्च स्कॉलर्स ने कहा कि हम सभी काम करने के लिए ही यहाँ हैं और काम करना चाहते हैं।