ताजा खबर
फैक्ट चेक: उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव के बीच CM धामी ने सरेआम बांटे पैसे? वायरल वीडियो दो साल पुराना...   ||    मिलिए ईशा अरोड़ा से: ऑनलाइन ध्यान खींचने वाली सहारनपुर की पोलिंग एजेंट   ||    आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||    वानखेड़े स्टेडियम में प्रदर्शन के बाद धोनी ने युवा प्रशंसक को मैच बॉल गिफ्ट की   ||    फैक्ट चेक: मंदिर से पानी पीने के लिए नहीं, फोन चोरी के शक में की गई थी इस दलित बच्ची की पिटाई   ||    Navratri 2024: नवरात्रि के 7वें दिन करें सात उपाय, नौकरी और कारोबार में मिलेगी सफलता   ||    यूपीएससी रियलिटी चेक: उत्पादकता, घंटे नहीं, सबसे ज्यादा मायने रखती है; आईएएस अधिकारी का कहना है   ||    Breaking News: Salman Khan के घर के बाहर हुई फायरिंग, बाइक सवार 2 हमलावरों ने चलाई गोली, जांच में जु...   ||   

काशी के तीन विभूतियों को मिलेगा सम्मान।

Photo Source :

Posted On:Sunday, November 7, 2021

वाराणसी। काशी की तीन विभूतियों को आगामी 9 नवम्बर को पद्मश्री सम्मान दिया जाएगा। सम्मान की घोषणा पहले ही की जा चुकी थी लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण समारोह का आयोजन नहीं किया गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में प्रो. रामयत्न शुक्ल, किसान चंद्रशेखर सिंह और डोमराजा स्व. जगदीश चौधरी को सम्मानित किया जायेगा।

बता दें कि काशी विद्वत परिषद के अध्यक्ष प्रो. रामयत्न शुक्ल को संस्कृत की सेवा के लिए पुरस्कृत किया जा रहा है। सम्मान का आमंत्रण मिलने के बाद प्रो. शुक्ल के पुत्र पं. रामाश्रय शुक्ल एवं भोलानाथ शुक्ल, शिष्य शशांक त्रिपाठी सहित विद्वत परिषद के पदाधिकारी आठ नवंबर को दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। वहीं किसान चंद्रशेखर सिंह को कृषि क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए पद्मश्री सम्मान दिया जाएगा।

डोम राजा स्व. जगदीश चौधरी को मरणोपरांत पद्म श्री सम्मान दिया जा रहा है । इसलिए उनके पुत्र ओम चौधरी (16) राष्ट्रपति द्वारा नौ नवंबर को राष्ट्रपति भवन में पद्मश्री सम्मान ग्रहण करेंगे। ओम चौधरी ने बताया कि इतनी कम उम्र में इतना बड़ा सम्मान ग्रहण करने का मौका मिल रहा है। दुख इस बात का है कि पिताजी अगर जीवित रहते तो वह इस पुरस्कार को ग्रहण करते ।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.