वाराणसी। मानसिक तनाव मनुष्य के जीवन का सबसे बड़ा रोग है। यूं तो हर कोई इस रोग से उबरने के लिए हर संभव प्रयास करता है, पर जब यह रोग अपनी जड़े जमा लेता है तो अंततः इंसान हार जाता है और स्वयं की जीवन लीला को समाप्त कर लेने के अलावा उसे कोई और उपाय नहीं सूझता है। शनिवार की सुबह ऐसा ही कुछ हुआ जहां मानसिक तनाव से परेशान युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली ।
क्या है पूरा मामला:-
घटना आदमपुर थाना क्षेत्र के भारद्वाजी टोला की है। एसीपी कोतवाली त्रिलोचन त्रिपाठी फोरेंसिक टीम और आदमपुर थाने की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे SHO सिद्धार्थ मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि भारद्वाजी टोला के रहने वाले नितिन गुप्ता ने शनिवार को सुबह जानकारी दी कि उनके भाई अतुल गुप्ता (33) ने शुक्रवार की देर रात फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली है। घटना की जानकारी मिलने पर इलाकाई पुलिस पहुंची। पुलिस के मुताबिक, अतुल इधर कुछ दिनों चिढचिढ़ा हो गया था। फील्ड यूनिट के निरीक्षण के बाद पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
भाई बहनों में सबसे छोटा था अतुल:-
मिली जानकारी के मुताबिक आदमपुर थाना अंतर्गत भारद्वाजी टोला निवासी स्व. रामजी साहू के 3 बेटों और एक बेटी में अतुल सबसे छोटा था। अतुल की शादी नहीं हुई थी। परिजनों ने बताया कि अतुल बड़े भाई के साथ रामकटोरा स्थित मोटरसाइकिल पार्ट्स की दुकान पर काम करता था। शुक्रवार की रात अतुल परिवार के लोगों के साथ खाना खाने के बाद वह मकान की तीसरी मंजिल स्थित अपने कमरे में चला गया था। सुबह काफी देर तक जब वह कमरे से नहीं निकला तो परिजनों ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा न खुलने पर उसके ऊपर लगे रोशनदान से परिजनों ने झांक कर देखा तो वह पंखे की कुंडी के सहारे फंदे से लटका हुआ था।
लॉक डाउन के बाद से था परेशान:-
परिजनों ने बताया कि लॉकडाउन लगने के बाद से ही अतुल आर्थिक तंगी से परेशान था। उधर, पुलिस अतुल का मोबाइल लेकर उसकी कॉल डिटेल खंगाल रही है। इंस्पेक्टर आदमपुर सिद्धार्थ मिश्रा ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिजनों की तहरीर के आधार पर प्रकरण में आगे की कार्रवाई की जाएगी।