वाराणसी। राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वे संगठन, भारत सरकार द्वारा महत्वपूर्ण सामाजिक एवं आर्थिक गतिविधियों पर आंकड़ों के एकत्रीकरण के लिए संदर्भित समयानूकूल विषयों का चयन कर सैंपल सर्वे कराकर आंकड़े प्राप्त किए जाते हैं एवं इन्हें नीति निर्धारण में उपयोग किया जाता है। इस वर्ष 79 वीं आवृत्ति के अंतर्गत भारत सरकार के राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वे संगठन एनएसएसओ द्वारा 2 महत्वपूर्ण विषय चयनित किए गए हैं। पहला कंप्रिहेंसिव एनुअल माड्यूलर सर्वे है जिसके आधार पर सतत विकास लक्ष्य एसडीजी विजन 2030 के संकेतको की स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। दूसरा आयुष सर्वे है जिससे आयुष सिस्टम की विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों जैसे आर्युवेद, यूनानी, योगा, सिद्धा, होम्योपैथी, सोवा रिग्पा आदि से कराये गये उपचार के विषय में आंकड़े प्राप्त होंगे।
राज्य स्तर पर यह प्रशिक्षण 30 जून एवं 1 जुलाई 22 को संपन्न हुआ था, जिसमें प्रदेश के सभी मंडलीय उपनिदेशक अर्थ एवं संख्या व जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारियों के द्वारा प्रतिभाग किया गया था। क्षेत्र स्तर पर सम्बन्थित अर्थ एवं संख्या निरीक्षकों तथा अपर संख्या अधिकारी एनएसएस को इन निर्धारित विषयों पर सर्वे व डाटा एकत्रीकरण की प्रक्रिया से अवगत कराने हेतु दो दिवसीय मंडल स्तरीय प्रशिक्षण उपनिदेशक अर्थ एवं संख्या वाराणसी मंडल राम नारायण के मार्गदर्शन में जिला पंचायत के सभागार में आयोजित किया गया। इस प्रशिक्षण में वाराणसी मंडल के चारों जनपदों से संबंधित अर्थ एवं संख्या निरीक्षकों तथा अपर सांख्यिकीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग करते हुए सुचारू रूप से प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। यह वार्षिक सर्वेक्षण जुलाई 22 से जून 23 की अवधि में 4 उपावृत्तियों के अंतर्गत पूर्ण किया जाएगा।
प्रतिभागियों को प्रशिक्षण जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी जौनपुर राम दरस यादव, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी चंदौली राजीव श्रीवास्तव तथा जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी वाराणसी राम नारायण यादव व संतोष कुमार सिंह द्वारा दिया गया। अर्थ एवं संख्या विभाग के संयुक्त निदेशक गोपाल शर्मा पर्यवेक्षणीय अधिकारी के रूप में दोनों दिन के प्रशिक्षण सत्र में उपस्थित रहकर इस सर्वे के संबंध में प्रतिभागियों की शंकाओं का समाधान किया गया तथा अपना बहुमूल्य मार्गदर्शन दिया गया।