वाराणसी, 16 जुलाई 2021 | विंध्याचल धाम में शुक्रवार को गुप्त नवरात्रि की षष्ठी तिथि पर विशेष मुंडन और जनेऊ का शुभ मुहूर्त होने के चलते श्रद्धा का सैलाब उमड़ा। मां की एक झलक पाने के लिए लोगों को घंटों लाइन में लगना पड़ा। परिसर में पूरे दिन जयकारे गूंजते रहे। गर्मी और उमस के बावजूद बड़ी संख्या में दर्शन पूजन के लिए भक्त पहुंचे। कोरोना के दौर में लोग मास्क का इस्तेमाल और सामाजिक दूरी का पालन न के बराबर करते नजर आए।
बृहस्पतिवार रात से ही भारी संख्या में चार पहिया वाहनों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। धाम के आसपास सभी होटल, धर्मशाला, लॉज आदि बुक हो गए। वाहन स्टैंड भी भर गए। सुबह मंगला आरती के पश्चात कपाट खुलते ही भक्त नारियल, चुनरी, फूल माला, प्रसाद आदि पूजन सामग्री के साथ कतार में लगकर दर्शन किए। जैसे जैसे दिन चढ़ता गया वैसे ही भीड़ उमड़ती रही। भीषण गर्मी के बावजूद दर्शनार्थी मंदिर में पहुंचते रहे। इस कारण भक्तों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा था।
शुक्रवार दिन में विंध्याचल में चारों तरफ वाहनों से जाम लग गया। किसी तरह भक्त दर्शन करने के बाद शहर से बाहर निकले। कई परिवार भीड़भाड़ व धक्का मुक्की की स्थिति देखने के बाद मंदिर की सीढ़ी स्पर्श करने के साथ ही वापस हो गए। मंदिर में आस्था भारी रही, गर्मी के बाद भी मां के जयकारे से मंदिर गूंजता रहा ।
बता दें कि मिर्जापुर जिले में स्थित विंध्याचल मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था व श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने बृहस्पतिवार को नई गाइडलाइन जारी की है। मां विंध्यवासिनी के दर्शन को लेकर प्रयोग के तौर पर नए नियम बनाए गए हैं, अगर व्यवस्था सफल रही तो इसे पूरी तरह से लागू किया जाएगा।
चरणस्पर्श के लिए भी समय निर्धारित किया गया। प्रात: होने वाली मंगला आरती से लेकर शाम चार बजे तक आम दर्शनार्थियों के साथ किसी विशिष्ट को भी चरणस्पर्श करने पर रोक का निर्देश है। मंदिर में प्रवेश के लिए एक आकस्मिक मार्ग आरक्षित किया गया है।
पूरी व्यवस्था ट्रायल के तौर पर तीन दिन चलाने का निर्णय लिया गया। हालांकि ट्रायल के पहले ही दिन तीर्थ पुरोहितों ने इसका विरोध किया। गाइडलाइन के लिए चस्पा पर्चे फाड़ दिए और धरना दिया। बाद में प्रशासनिक अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह महज ट्रायल है। साथ ही यह भी चेतावनी दी कि अगर ट्रायल में कोई व्यवधान उत्पन्न करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।