वाराणसी, 28 जून 2021 | महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में परीक्षा के बाद घर बैठे ही छात्रों को उनकी उपाधियां मिल जाएंगी। विद्यापीठ ने आगामी सत्र से यह व्यवस्था करने का निर्णय लिया है। वाराणसी, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, भदोही के 315 संबद्ध महाविद्यालयों के छात्रों को इस सुविधा का लाभ मिलेगा।
काशी विद्यापीठ और संबद्ध महाविद्यालय के विद्यार्थियों को अगले सत्र से परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद रिजल्ट के साथ ही उपाधि भी घर के पते पर भेजी जाएगी। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से छात्रों के दाखिले के समय ही उपाधि शुल्क जमा कराया जाएगा। साथ ही छात्रों के घर का पता, अभिभावकों का मोबाइल नंबर और सभी विवरण दर्ज कराए जाएंगे। नए सत्र में दाखिले के साथ ही यह प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। बता दें कि काशी विद्यापीठ में हर साल 96 से 97 हजार विद्यार्थी उत्तीर्ण होते हैं और उनकी उपाधियां तैयार कराई जाती हैं। कुलाधिपति व राज्यपाल आनंदी बेन पटेल द्वारा विद्यार्थियों की उपाधि वितरण पर लगातार सख्त रवैया अपनाया जा रहा है। विश्वविद्यालयों की बैठक में उन्होंने लगभग सभी विश्वविद्यालयों की उपाधि वितरण पर जोर दिया था।
10 सालों की उपाधियां हैं तैयार
काशी विद्यापीठ के कुलसचिव डॉ.एसएल मौर्य ने बताया कि 2012 से उपाधियां विश्वविद्यालय में तैयार हैं। इनको विश्वविद्यालय के डिजिटल लॉकर में भी अपलोड किया जा रहा है। वर्तमान में 2017,18 और 19 की तीन लाख पांच हजार उपाधियां बनकर तैयार हैं। विद्यापीठ की ओर से पुरानी उपाधियों के वितरण के लिए पांचों जिलों में नोडल केंद्र बनाए जा रहे हैं।
डिजिटल लॉकर से होगा वेरीफिकेशन
विद्यापीठ के डिजिटल लॉकर से प्रमाणपत्रों के सत्यापन में भी सहूलियत होगी। छात्र कहीं से भी अपने प्रमाणपत्रों का सत्यापन अब ऑनलाइन करा सकेंगे। विश्वविद्यालय की ओर से पिछले 10 सालों के प्रमाणपत्रों को डिजिटल लॉकर में अपलोड किया जा रहा है।
छात्रों की उपाधियां अब आगामी सत्र से उनके घर पर ही पहुंचेगी। इसके लिए नई व्यवस्था शुरू की जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से यह तय किया जा रहा है कि उपाधियों को जल्द से जल्द छात्रों तक पहुंचा दिया जाएगा।-प्रो. आनंद कुमार त्यागी, कुलपति, काशी विद्यापीठ