वाराणसी। बनारस रेलवे स्टेशन पर स्वच्छ भारत अभियान के वर्षगांठ और प्रधानमंत्री के 71 वें जन्मदिन के अवसर पर चलाये जा रहे सेवा समर्पण कार्यक्रम के तहत स्वच्छता संसद द्वारा शुक्रवार को बनारस रेलवे स्टेशन के सभागार में दो दिवसीय वाराणसी विकास प्रदर्शनी का वर्चुअल उद्घाटन MLC एके शर्मा द्वारा ऑनलाइन रिबन काटकर किया गया। स्वच्छता संसद का एक टेबल बुक वाराणसी विकास दर्पण का विमोचन मुख्य अतिथि और पद्मभूषण आचार्य देवी प्रसाद, पद्यश्री डॉ. सरोज चूड़ामणि, पध्यमश्री रामयत्न शुक्ल, CMO डॉ. वीबी सिंह और स्टेशन अधीक्षक अरुण कुमार ने संयुक्त रूप से किया।
प्रदर्शन के माध्यम से दिखाना है विकास कार्यों को:-
स्वक्षता संसद के अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने कहा कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से वाराणसी के लोगों को प्रधानमंत्री द्वारा उनके संसदीय क्षेत्र में कराए गए विकास कार्यों से अवगत कराना है, विगत 7 वर्षों में पीएम ने बनारस को विकास के पथ पर कितना आगे बढ़ाया और उन्होंने बनारस को कब-कब और क्या-क्या सौगात दिया इसकी झलकियां इस प्रदर्शनी में विकास मॉडल के माध्यम से दिखाई जा रही हैं।
प्रधानमंत्री की वाहवाही में नहीं छोड़ी कोई कसर:-
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि MLC एके शर्मा ने कहा कि स्वच्छता संसद में आज प्रधानमंत्री की जन्मदिवस और स्वच्छ भारत अभियान की वर्षगांठ के उपलक्ष में विकास कार्यों की मॉडल प्रदर्शनी लगाई है। प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र को विकास पथ पर ले जाने के लिए सदैव समय पर ध्यान देते हैं। बनारस कई दशकों से मूलभूत समस्याओं से जूझ रहा था। बिजली, पानी, सड़क जैसी सुविधाओं से वंचित रहा आज। उसी बनारस को विश्वस्तरीय ऐसी ऐसी सौगात प्रधानमंत्री ने दे दिया है जिसकी कल्पना पूर्व की सरकारों ने नहीं किया था। आज जहां बनारस बिजली के तारों के जंजाल से मुक्त होकर निर्बाध बिजली आपूर्ति पा रहा वहीं यहां काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण संपूर्ण विश्व में कार्तिक गौरव गाथा की कहानी कह रहा है। प्रधानमंत्री के प्रयास से बनारस में विश्वस्तरीय तकनीकी संयुक्त ट्रेड फैसिलिटेशन सेंटर, वर्चुअल म्यूजियम और सारनाथ का लाइट सेंटर, रुद्राक्ष कन्वेन्शन एण्ड साउण्ड शो बनारस में पर्यटकों का केंद्र बिंदु बन गया।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत मनोज गुप्ता ने किया धन्यवाद ज्ञापन स्टेशन अधीक्षक अरुण कुमार ने किया। कार्यक्रम में राजकीय पुरस्कार से सम्मानित प्रधानाचार्य डॉ. प्रतिभा यादव, विश्व नारी अभ्युदय संगठन की अध्यक्ष रीता जायसवाल, प्रधानाचार्य डॉ. मुक्ता पांडेय, दीपक अग्रवाल सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किये।