वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 3 कृषि बिल वापस लिए जाने की घोषणा के बाद विपक्ष लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रहा है। सपा और कांग्रेस के बाद अब सुभासपा के प्रदेश प्रवक्ता शशि प्रताप सिंह ने भी इस पर कहा कि कानून पहले भी गलत था और इसे वापस होना ही था, तो इसमें जश्न मनाने की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि तीनों कानून इतनी देर से वापस लेने के कारण किसान भाइयों का काफी नुकसान हुआ, सैकड़ों किसानों की जाने चली गईं। भाजपा सरकार की वजह से देश की सरकारी संपत्ति का नुकसान भी हुआ है। भाजपा सरकार की नीति और नियत में खोट है और आज भी इस इस बात पर संदेह है कि प्रधानमंत्री ने जो घोषणा की है क्या यह लोकसभा में पारित कर वापस किया जाएगा या नहीं?
12 माह तक किसानों को प्रताड़ित करने और उनकी उनकी जान जाने के बाद अगर यह कानून वापस लिया गया है तो कहीं न कहीं यह सरकार की बड़ी चूक है और इस चुक से किसानों का नुकसान हुआ है। इसलिये मैं सुभासपा की तरफ से यह मांग करता हूं कि मृत किसानों के परिजनों को 5 लाख रुपये मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और जो बीमार हुए उन्हें भी 5 लाख मुआवजा दिया जाए। इसके साथ ही हम यह हिदायत भी देते हैं कि भारत किसानों का देश है। इसलिए इस तरह के कानून लाने से पहले केंद्र सरकार सौ बार सोचे हम किसानों के साथ हैं और रहेंगे