मुंबई 03 फरवरी (न्यूज़ हेल्पलाइन) भारतीय टेस्ट टीम में बड़ा बदलाव हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे को फटकार लगाई है। दादा ने कहा है कि इन दोनों सीनियर खिलाड़ियों को रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन कर टीम में वापसी करनी चाहिए, क्योंकि पिछले काफी समय से भारतीय टीम कोई खास प्रदर्शन नहीं कर पाई है, जब इन दोनों को खास जरूरत थी। नतीजतन, अब एक युवा बेहतर को पुजारा और रहाणे की जगह लेने का मौका मिल सकता है। इतना ही नहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों खिलाड़ियों को बीसीसीआई के ग्रेड-ए कॉन्ट्रैक्ट से भी हटाया जा सकता है।
अजिंक्य रहाणे और पुजारा लंबे समय से खराब फॉर्म में हैं। रहाणे की बात करें तो उन्होंने मेलबर्न में शतक लगाने के बाद सिर्फ 3 अर्धशतक लगाए हैं। वहीं पुजारा ने 2019 के बाद से एक भी शतक नहीं बनाया है। इस बीच उन्होंने पवेलियन में सबसे ज्यादा 20 से 30 का स्कोर बनाया है। अब इन दोनों बल्लेबाजों की खराब फॉर्म और प्रदर्शन को देखते हुए बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली ने इन्हें रणजी ट्रॉफी खेलने के लिए नॉकआउट कर दिया है।
गौरतलब है कि सौरव गांगुली ने भी अपने टेस्ट करियर के बुरे दौर में रणजी ट्रॉफी टीम में वापसी की थी। इसलिए दादा ने रहाणे और पुजारा को हराकर रणजी ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया है। एसे में गांगुली के बयान से साफ पता चलता है कि पुजारा और रहाणे को आगामी टेस्ट सीरीज में टीम में जगह नहीं मिल पाएगी। कहा जा रहा है कि उनकी जगह अब यंग बेटर को मौका दिया जा सकता है।
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा कि हां, वे दोनों अनुभवी खिलाड़ी हैं। मुझे उम्मीद है कि रहाणे और पुजारा रणजी जाएंगे और अच्छा प्रदर्शन करेंगे। मुझे नहीं लगता इसमें कुछ गलत है। कभी-कभी अधिक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाला खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट में वापस जाना पसंद नहीं करता है लेकिन रणजी ट्रॉफी एक ऐसा टूर्नामेंट है जो प्रतिभा का परीक्षण करता है। देश के ज्यादातर सफल खिलाड़ी इन्हीं को खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में आए हैं।