ताजा खबर
आज का इतिहास: 16 अप्रैल को हुआ था चार्ली चैपलिन का जन्म, जानें अन्य बातें   ||    एक मंदिर जो दिन में दो बार हो जाता है गायब, मान्यता- दर्शन मात्र से मिलता मोक्ष   ||    फैक्ट चेक: कानपुर में हुई युवक की पिटाई का वीडियो 'ब्राह्मण पर पुलिसिया अत्याचार' के गलत दावे के साथ...   ||    वानखेड़े स्टेडियम में प्रदर्शन के बाद धोनी ने युवा प्रशंसक को मैच बॉल गिफ्ट की   ||    फैक्ट चेक: मंदिर से पानी पीने के लिए नहीं, फोन चोरी के शक में की गई थी इस दलित बच्ची की पिटाई   ||    Navratri 2024: नवरात्रि के 7वें दिन करें सात उपाय, नौकरी और कारोबार में मिलेगी सफलता   ||    यूपीएससी रियलिटी चेक: उत्पादकता, घंटे नहीं, सबसे ज्यादा मायने रखती है; आईएएस अधिकारी का कहना है   ||    Breaking News: Salman Khan के घर के बाहर हुई फायरिंग, बाइक सवार 2 हमलावरों ने चलाई गोली, जांच में जु...   ||    चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने लिया ब्रेक, अचानक मिठाई की दुकान पर पहुंचे, गुलाब जामुन का उठाया लुत्...   ||    13 अप्रैल: देश-दुनिया के इतिहास में आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ   ||   

सौरव गांगुली के बीसीसीआई से बाहर होने पर टीएमसी और बीजेपी के बीच राजनीति घमासान तेज !

Photo Source :

Posted On:Wednesday, October 12, 2022

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली के इस्तीफे को लेकर पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के बीच सियासत तेज हो गई है। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव और पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष के रूप में मौजूद हैं और भाजपा के एक नेता के बेटे के रूप में उनका बोर्ड सचिव बनना सही नहीं है । इसके आगे कुणाल घोष ने कहा कि, इस मामले में सिर्फ सौरव गांगुली ही व्याख्यात्मक जवाब दे सकते हैं। मैं इस मामले में इस राजनीतिक व्याख्या के साथ यह जवाब देने की स्थिति में नहीं हूं कि वह कहां तक ​​सही हैं। लेकिन एक समय था जब भाजपा ने पूरे क्षेत्र में संदेश फैलाने की कोशिश की थी। पश्चिम बंगाल के सौरव गांगुली जल्द ही उनके खेमे में होंगे। यह संदेश एक भाजपा नेता के आवास पर रात्रि भोज के बाद फैलाया गया। अब भाजपा को धीरे-धीरे उस संदेश पर सवालों का सामना करना पड़ा है, जिसे उसने फैलाने की कोशिश की थी।

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य, डॉ शांतनु सेन ने भी एक ट्विटर संदेश जारी करते हुए संकेत दिया है कि, सौरभ गांगुली का बीसीसीआई से बाहर होना या तो इसलिए है क्योंकि वह तृणमूल कांग्रेस शासित राज्य से हैं या इसलिए कि वो अब तक भाजपा में शामिल नहीं हुए हैं । टीएमसी की इस प्रतिक्रिया पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व राज्य इकाई प्रमुख, दिलीप घोष बोले कि, ये पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल के नेताओं द्वारा निराधार राजनीतिक आरोप हैं। इसके आगे दिलीप घोष ने कहा कि, यह पता नहीं है कि हमारी पार्टी ने सौरव गांगुली से संपर्क किया है । तृणमूल कांग्रेस इस मुद्दे पर बेवजह बात कर रही है।

इसके आगे भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि, यह दावा करना गलत है कि जब तक सौरव गांगुली पार्टी में शामिल नहीं होंगे, भाजपा पश्चिम बंगाल में अपना मजबूत आधार नहीं बना पाएगी। दरअसल, बीजेपी पर बेबुनियाद आरोप लगाना तृणमूल कांग्रेस की आदत हो गई है. लेकिन इस तरह की बातें वाकई सौरव गांगुली का अपमान करेंगी और क्रिकेट प्रेमियों की भावनाओं को ठेस पहुंचाएंगी। खेल के क्षेत्र में इस तरह की अनावश्यक बातें ठीक नहीं हैं।


बनारस और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. banarasvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.