टोक्यो 4 सितंबर (न्यूझ हेल्पलाइन) भारत के प्रमोद भगत शनिवार को टोक्यो में पुरुष एकल SL3 फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन के डेनियल बाथेल को 2-0 से हराकर ओलंपिक या पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए। भुवनेश्वर के 33 वर्षीय भगत, जिन्होंने चार साल की उम्र में पोलियो का अनुबंध किया था, ने ब्रिटन को 21-14, 21-17 से हराया, दूसरे गेम में 4-9 की कमी से वापसी करते हुए बैडमिंटन के रूप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। सेमीफाइनल में बाथेल से हारने वाले प्रतियोगी मनोज सरकार ने कांस्य पदक के मुकाबले में जापान के फुजिहारा डाइसुके को 2-0 से हराकर जोरदार वापसी की। दुनिया में चौथे स्थान पर काबिज सरकार शुरू में पीछे रह गई लेकिन उसने वापसी करते हुए पहला गेम 22 मिनट में 22-20 से जीत लिया। इसके बाद उन्होंने योयोगी नेशनल स्टेडियम में दूसरा गेम 21-13 से जीतने के लिए कांस्य पदक जीता। दुनिया के शीर्ष क्रम के खिलाड़ी भगत, SL3 वर्ग में मौजूदा विश्व चैंपियन हैं, जिन्होंने 2019 में स्विट्जरलैंड के बासेल में फाइनल में बाथेल को हराकर खिताब जीता था।